
जलियाँवाला बाग स्मृति समारोह के अवसर पर साझे इतिहास का झंडा ऊँचा रखने की अपील
जालन्धर - देशभक्ति स्मारक समिति द्वारा आज जलियाँवाला बाग की रक्तरंजित माटी और उसके अमर शहीदों को स्मारक भवन में श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। देशभक्त स्मारक समिति के सहायक सचिव चरणजी लाल कंगनीवाल, सांस्कृतिक शाखा के संयोजक अमोलक सिंह, वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोचर और गुरुमीत सिंह ने समिति की ओर से जलियांवाला बाग के शहीदों के सम्मान में फूल अर्पित किए और कहा कि जलियांवाला बाग में हिंदुओं, सिखों और मुसलमानों का साझा खून आज भी बोलता है और कल भी बोलता रहेगा।
जालन्धर - देशभक्ति स्मारक समिति द्वारा आज जलियाँवाला बाग की रक्तरंजित माटी और उसके अमर शहीदों को स्मारक भवन में श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। देशभक्त स्मारक समिति के सहायक सचिव चरणजी लाल कंगनीवाल, सांस्कृतिक शाखा के संयोजक अमोलक सिंह, वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोचर और गुरुमीत सिंह ने समिति की ओर से जलियांवाला बाग के शहीदों के सम्मान में फूल अर्पित किए और कहा कि जलियांवाला बाग में हिंदुओं, सिखों और मुसलमानों का साझा खून आज भी बोलता है और कल भी बोलता रहेगा।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में एक जींद एक जान होकर के तन-मन-धन को निशावर करने वाले लोगों मैं जहर फैलाने, एक-दूसरे को दुश्मन बनाने और संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ भड़काने के मंसूबे शायद पूरे नहीं होंगे।
वक्ताओं ने कहा कि कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, प्राकृतिक खजाने, रोजगार, जंगल, जल, जमीन, भाषा, इतिहास, विरासत, साहित्य आदि को विभिन्न शासकों ने विदेशी कॉरपोरेट घरानों को सौंपने का काम किया। नस्ल के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना और हर तरह की सांप्रदायिक हिंसा को हराना ही जलियांवाला बाग के शहीदों की सच्ची पूजा है।
कार्यक्रम में वादा किया गया कि जलियांवाला बाग और गदर आंदोलन की गौरवशाली विरासत को ऊपर उठाकर देश में साम्राज्यवाद और उसकी सेवकों, सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करने की चेतना और सोच को मजबूत करने में योगदान देता रहेगा।
कार्यक्रम में बैसाखी दिवस से प्रेरणा लेकर काले कानूनों को खत्म करने, लोगों पर हर तरफ से हो रहे हमलों को रोकने, सभी प्रकार के जातीय और सांप्रदायिक पूर्वाग्रहों को दूर कर एक धर्मनिरपेक्ष, सांप्रदायिक आंदोलन खड़ा करने पर भी जोर दिया गया।
21 अप्रैल को गदर पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर कारवां बांध कर शामिल होने की अपील भी की गई, जिसे संबोधित करने के लिए डॉ. दविंदर शर्मा पहुंच रहे हैं.
