पर्यावरण क्षरण, सामाजिक परिवर्तन, विकास एवं युवा विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन प्रारम्भ
पटियाला, 25 अप्रैल - राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहयोग से पर्यावरण क्षरण, सामाजिक परिवर्तन, विकास और युवा विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन नेटकॉन यूथ आज शुरू हुआ। दो दिनों (25 से 26 अप्रैल) तक चलने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन पंजाब के उच्च शिक्षा और भाषा विभाग के प्रशासनिक सचिव कमल किशोर यादव ने किया।
पटियाला, 25 अप्रैल - राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के सामाजिक विज्ञान विभाग द्वारा पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहयोग से पर्यावरण क्षरण, सामाजिक परिवर्तन, विकास और युवा विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन नेटकॉन यूथ आज शुरू हुआ। दो दिनों (25 से 26 अप्रैल) तक चलने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन पंजाब के उच्च शिक्षा और भाषा विभाग के प्रशासनिक सचिव कमल किशोर यादव ने किया।
सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के समाजशास्त्री एवं इंडियन सोशियोलॉजिकल सोसायटी के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) मैत्रेई चौधरी एवं अधिवक्ता एवं पंजाब विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र के पूर्व प्रोफेसर (डॉ.) राजेश गिल मुख्य वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
सम्मेलन के दौरान कमल किशोर यादव, प्रो. मैत्रेई चौधरी और प्रो. राजेश गिल ने संस्थानों को अपने शैक्षणिक और प्रशासनिक कौशल से युवाओं को सशक्त बनाने पर जोर दिया। इस अवसर पर, लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) जय शंकर और रजिस्ट्रार प्रोफेसर (डॉ) आनंद पवार ने नेटकॉन यूथ 2024 के संयोजक डॉ जसलीन केवलानी द्वारा संपादित 'द यूथ एंड होलिस्टिक हेल्थ- असेसिंग रिस्क एंड डिजाइनिंग मैकेनिज्म' नामक पुस्तक का विमोचन किया। हो गया
कॉन्फ्रेंस के पहले दिन लेखिका डॉ. जसलीन केवलानी और छात्रा सह लेखिका दीपाली, देवश्री, जश्नदीप कौर और मान्या ने पंजाब में युवा आत्महत्या दर को कम करने, राज्य में आर्थिक विकास की गति बढ़ाने और 'ऑनलाइन फ्रीलांसिंग' विषय पर चर्चा की। 'पंजाब में सचिव उच्च शिक्षा कमल किशोर यादव ने नीति पत्र सौंपा। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान हाइब्रिड मोड में आयोजित शैक्षणिक-वाणिज्यिक सत्रों में देश भर से लगभग दो सौ प्रतिभागी भाग ले रहे हैं और पेपर प्रस्तुत कर रहे हैं। समारोह में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों में प्रोफेसर (डॉ) विशाल चोपड़ा, प्रोफेसर (डॉ) संजय तिवारी, अधिवक्ता डॉ कल्पेश कुमार एल गुप्ता शामिल हैं।
