पंजाब सचिवालय साहित्य सभा दुवारा 'कविक लकीरां' पुस्तक लोक अर्पण

चंडीगढ़, 18 अप्रैल - पंजाब सिविल सचिवालय साहित्य सभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष मलकीत सिंह औजला द्वारा संपादित पंजाबी साहित्य में प्रमुख स्थान रखने वाले 52 लेखकों द्वारा लिखित संयुक्त पुस्तक 'कविक लकीरां' का सार्वजनिक अर्पण समारोह पंजाब भवन में आयोजित किया गया। .

चंडीगढ़, 18 अप्रैल - पंजाब सिविल सचिवालय साहित्य सभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष मलकीत सिंह औजला द्वारा संपादित पंजाबी साहित्य में प्रमुख स्थान रखने वाले 52 लेखकों द्वारा लिखित संयुक्त पुस्तक 'कविक लकीरां' का सार्वजनिक अर्पण समारोह पंजाब भवन में  आयोजित किया गया। 
इस अवसर पर सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री मनजीत सिंह नारंग ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी डॉ. दविंदर सिंह बोहा ने की वहीं शिरोमणि बाल साहित्यकार मनमोहन सिंह दाऊं विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। पुस्तक के बारे में एक पुस्तिका प्रख्यात कवि प्रोफेसर कुलवंत सिंह औजला द्वारा पढ़ी गई।
इस अवसर पर सचिवालय साहित्य सभा के अध्यक्ष श्री मलकीत सिंह औजला ने कहा कि सचिवालय के कर्मचारियों (जो गीत, कविताएं और ग़ज़ल लिखने के शौकीन हैं) के पंजाबी साहित्य से संबंधित कार्यों के साथ-साथ इस पुस्तक में कई अन्य कार्यालयों के कर्मचारी भी शामिल हैं इसके साथ ही मशहूर शायर शमशेर संधू, मनमोहन सिंह दाऊं, दलजीत कौर दाऊं, बचन बेदिल, अलबेल बराड़, हरविंदर ओहदपुरी, लाभ चटमली वाला, भूपिंदर मटोरवाला, भगत राम रंगारा, अली राजपुरा, सरबजीत विरदी, प्रो. समेत कई मशहूर लेखक हैं। इस पुस्तक में सरदूल औजला, हरजिंदर सैन स्केटरी, जिंद स्वरा, बलदेव प्रदेसी, वरयाम बटालवी, प्रीतम लुधियानवी, बलजीत फिदयांवाला, लखवीर लक्खी आदि की रचनाएं भी शामिल हैं।
सचिवालय के लेखकों में राज कुमार सहोवालिया, अमर विरदी, जरनैल होशियारपुरी, अजमेर सागर, कर्नल सहोता, रणजोध राणा, दलबीर सरोआ, गुरुमीत सिंगल, सुरजीत सुमन, परमदीप भबात, भूपिंदर झाज, करतार छीना, बलजिंदर बल्ली, हरप्रीत बलगन, शामिल हैं। कुलदीप खरा, शुदेश कुमारी, निर्मला, बलजीत कौर, जतिंदर कौर बिंद्रा, हरबंस प्रीत, अर्शदीप सिंह, सुखविंदर नूरपुरी, इंद्रजीत सिंह, के रॉय, रूप सतवंत, अमनिंदर सिंह, सुखचरण सिंह साहोके, जसबीर सिंह, नवप्रीत सिंह, उजागर सिंह पन्नुआन, केवल मानकपुरी, जॉनपाल आदि के नाम शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान साहित्यकार करनैल सहोता, कवि राज कुमार साहोवालिया, कथाकार गुरमीत सिंगल और कवि सुरजीत सुमन को सभा की ओर से सेवा मुक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया। मंच का संचालन राज कुमार सहोवालिया ने किया।
पुस्तक के उपरोक्त लेखकों के अलावा, सुखचैन खैरा, सुशील कुमार, मंजीत रंधावा, जसप्रीत रंधावा, कुलवंत सिंह, रूपिंदर रूपी, दलजीत सिंह, अलका चोपड़ा, सुखजीत कौर, सुरिंदर कोहली, कमल शर्मा, नवीन राणा, कुलविंदर सिंह, करण, हरजिंदर, अरविंद पुरी, रणधीर धीरा, सुखविंदर सुखा, कुलवंत खोखर, सुखविंदर सिंह सैनी, अवतार भंवरा, हरदेव सिंह सैनी, हरबंस सिंह क्लेयर, ध्यान सिंह काहलों, कार्तिक कंडा, प्रशांत, प्रतिभा, भगत राम रंगारा और इंद्रजीत सिंह प्रेमी आदि .