बैसाखी के त्योहार को ध्यान में रखते हुए अड्डा टुटोमजारा में तीन दिवसीय गुरु दा लंगर आज से शुरू हो रहा है।

माहिलपुर, (10 अप्रैल) बैसाखी के पवित्र दिन को ध्यान में रखते हुए, निर्मल कुटिया टूटोमजारा जन्म स्थान ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह जी द्वारा संत बाबा मक्खन सिंह जी और संत बाबा बलवीर सिंह शास्त्री जी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय गुरु का लंगर 11- 12वां और 13 अप्रैल को Adda Tutomazara में आयोजित किया जा रहा है।

माहिलपुर, (10 अप्रैल) बैसाखी के पवित्र दिन को ध्यान में रखते हुए, निर्मल कुटिया टूटोमजारा जन्म स्थान ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह जी द्वारा संत बाबा मक्खन सिंह जी और संत बाबा बलवीर सिंह शास्त्री जी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय गुरु का लंगर 11- 12वां और 13 अप्रैल को Adda Tutomazara में आयोजित किया जा रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए संत बाबा मक्खन सिंह जी और संत बाबा बलवीर सिंह शास्त्री जी ने बताया कि ब्रह्मलीन संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी द्वारा हर वर्ष बैसाखी के पवित्र दिन पर चलायी गयी चाली को श्री आनंदपुर साहिब की जन्मस्थली आने वाले भक्तों के लिए खालसा गुरु का लंगर चलता है। इस बार भी 11-12 और 13 अप्रैल को अड्डा टुटोमजारा में गुरु का लंगर आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने श्रद्धालुओं से गुरु के लंगर में सेवा कर गुरु घर की खुशियां पाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि खालसा पंथ के साजना दिवस को ध्यान में रखते हुए विशाखा माह में संग्रानद का पवित्र दिन शनिवार 13 अप्रैल को निर्मल कुटिया जन्म स्थान संत बाबा दलेल सिंह जी गांव टूटोमजारा में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सबसे पहले अखंड पाठों का भोग लगेगा. उसके बाद कथा कीर्तन के माध्यम से भक्तों को इस दिन के महत्व से अवगत कराया जाएगा।
महापुरुषों ने कहा कि ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य भक्तों को उस शाश्वत ईश्वर से जुड़ने का संदेश देना है, जो इस ब्रह्मांड के कण-कण में रहकर सभी प्राणियों का पालन कर रहा है। इस अवसर पर उन्होंने समस्त मानवता को सेवा-सिमरन और परोपकार का जीवन जीने तथा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का अनुसरण कर अपना जीवन सुख-शांतिपूर्वक जीने का संदेश भी दिया।