डेरा बाबा जी दो गुतां वाले जोड़ मेले में कुश्ती प्रतियोगिता का गोल्ड कप जसपूरन सिंह मुल्लांपुर दाखा और काजल सोनीपत ने जीता।

माहिलपुर, (3 फरवरी) - जिला होशियारपुर में माहिलपुर के पास भुल्लेवाल गूजरों की पवित्र भूमि डेरा बैकुंठ धाम, जहां पूरन ब्रह्म ज्ञानी धन धन बाबा जी दो गुतां वाले ने अपने सांसारिक जीवन के अंतिम वर्ष बिताए और मानव वस्त्र त्याग कर ब्रह्मलीन हुए थे। उनकी स्मृति में डेरा प्रमुख सेवादार बाल किशन आनंद जी के नेतृत्व में देश विदेश वासदे ट्रस्ट के सदस्यों एवं सभी श्रद्धालुओं के सहयोग से 4 दिवसीय वार्षिक जोड़ मेला पूरी श्रद्धा एवं सम्मान के साथ आयोजित किया गया।

माहिलपुर, (3 फरवरी) - जिला होशियारपुर में माहिलपुर के पास भुल्लेवाल गूजरों की पवित्र भूमि डेरा बैकुंठ धाम, जहां पूरन ब्रह्म ज्ञानी धन धन बाबा जी दो गुतां वाले ने अपने सांसारिक जीवन के अंतिम वर्ष बिताए और मानव वस्त्र त्याग कर ब्रह्मलीन हुए थे। उनकी स्मृति में डेरा प्रमुख सेवादार बाल किशन आनंद जी के नेतृत्व में देश विदेश वासदे ट्रस्ट के सदस्यों एवं सभी श्रद्धालुओं के सहयोग से 4 दिवसीय वार्षिक जोड़ मेला पूरी श्रद्धा एवं सम्मान के साथ आयोजित किया गया।
जिसमें हर साल की तरह पंजाब की युवा पीढ़ी को बचाने और प्रोत्साहित करने के लिए रुस्तमे हिंद क्लब कनाडा के प्रधान पहलवान हरजीत सिंह बिलन अपने शिष्य बलतेज सिंह मुंडी और बेटे उदय प्रताप सिंह बिलन के साथ वरिष्ठ कुश्ती कोच पीआर सौधी, कोच राजिंदर सिंह के साथ पहुंचे। ते चंद पहलवान की देखरेख में 10वीं गोल्ड कप कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन बेहद सुव्यवस्थित एवं पारदर्शी तरीके से किया गया।
जिसमें इस बार का गोल्ड कप लड़कों जसपूरन सिंह मुल्लांपुर दाखा ने अपने प्रतिद्वंदी दीपक पहलवान इंडियन नेवी को हराकर जीता। वहीं लड़कियों का गोल्ड कप हरियाणा की काजल सोनीपत ने सीमा रोहतक को हराकर जीता। इनके अलावा रजत हरियाणा, पुष्पिंदर आलमगीर, निकिता किन्नौर, राजनदीप फरीदकोट, संदीप दिल्ली, अतुल जालंधर, करण पटियाला, मुहम्मद अंश मालेरकोटला, मनप्रीत कौर फरीदकोट, गुरशरण कौर फरीदकोट, सिद्धार्थ हरियाणा, रिंकू लुधियाना, खुशप्रीत मुल्लांपुर, पूर्वी शरमन मुल्लांपुर ने विभिन्न भार वर्ग की प्रतियोगिताओं में खिताब और नकद पुरस्कार जीते। रुस्तम भारतीय और एशियाई खेलों के विजेता पहलवान सरदार बुद्ध सिंह सीनियर, पहलवान करतार सिंह सेवानिवृत्त आईजी, राकेश पहलवान इंदौर, पहलवान सतीश कुमार डीएसपी गढ़शंकर, गुरशरण कौर, परमिंदर सिंह दमछेरी, रंगा पहलवान, चौंता पहलवान, लखविंदर सिंह गिल, लहिम्बर पहलवान नियमित रूप से उपस्थित थे मेले के चारों दिन गुरु का लंगर चलता था। दूर-दराज से आए पहलवानों और श्रद्धालुओं के रात्रि विश्राम की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर कनाडा में अपना रेडियो स्टेशन चलाने वाले जुगिंदर बस्सी, हलका विधायक डॉ. राज कुमार चैबेवाल, पूर्व सांसद विजय सांपला भी अपने व्यस्त शेड्यूल से समय निकालकर बाबाजी के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे। ऑटो यूनियन माहिलपुर ने श्रद्धालुओं को माहिलपुर से मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान की।
यह सारी विस्तृत जानकारी डेरा भक्त और किसान नेता तलविंदर सिंह हीर नंगल खिलाड़ी द्वारा बाल किशन आनंद जी और हरजीत बिलन और अन्य लोगों के सहयोग से साझा की गई। गांव भुल्लेवाल गुज्जरों सहित क्षेत्र के गांवों के युवाओं ने जोड़ मेले में चारों दिन भक्तिमय सेवा कर बाबा जी के चरणों में अपनी हाजरी लगाई। चौथे दिन कबीर पंथी संत बाबा भोला दास जी की सोलहवीं वर्षगाँठ के अवसर पर संत बाबा जसवन्त सिंह ठक्करवाल, संत हर कृष्ण सिंह सोढ़ी सिंह ठक्करवाल, बीबी कमला जी गद्दीनशीन दरबार पीर नंगेशाह चौहान, संत मक्खन सिंह टूटोमजारा, संत संगत में पहुंचे बलवीर सिंह ने की प्रशंसा इसके अलावा अर्जना अवार्डी फुटबॉलर गुरदेव सिंह गिल, गुरमिंदर कैंडोवाल, तलविंदर सिंह हीर नंगल के खिलाड़ी जसवन्त मेहता फराला, मास्टर मोहन सिंह, कुलदीप कौर, मलकीत कांजी, पम्मा आलमगीर, मोहन सिंह मोहिनी, बाघेल सिंह लल्लियां, निर्मल सिंह गरचा, परमजीत सिंह वालिया, दविंदर सिंह वालिया, मंजीत सिंह वालिया, हरबंस सिंह वालिया, गुरुमीत सिंह लुधियाना, वासुदेव गौतम, मदन लाल, महिंदर सिंह, मक्खन सिंह गोहगरोन, बलजीत कौर, परमजीत कौर दाता, हरनेक सिंह राय बंगा, राणा बेकरी कोट, ओम इलेक्ट्रिक स्टोर बंगा वाले, राकेश बत्रा, बाबा शरण दा ढाबा, कमल बहरोवाल, जिंदन फ्रूट वाला, बंट बटुआ, जस्सा हलवाई, रामपाल अजनोहा, हरबंस कौर, सतनाम सिंह इंग्लैंड, शंकरिया पहलवान, कीर्ति पहलवान, गोलू पहलवान, इकबाल सिंह कालेवाल भगतां, जशन , बिट्टू कालेवाल, शिव कुमार, भगतन, लियाकत हुसैन, बुद्ध सिंह धुलेटा, बीर पहलवान, SHO रमन कुमार, थानेदार कुलविंदर सिंह बिट्टू, डॉ. मनमीत अवतार नर्सिंग होम, जसवीर सिंह बिल्ला, अमित गंभीर, सत्ता क्लेरन, मनदीप सिंह, रामजी भुन्नों साथ ही बाबाजी का आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु डेरे में पहुंचे थे.