परमजीत कौर के परिवार द्वारा दान की गई आंखें दो नेत्रहीनों को रोशनी प्रदान करेंगी

होशियारपुर - सरदार हरविंदर सिंह होशियारपुर की पत्नी स्वर्गीय परमजीत कौर की मृत्यु के बाद उनकी इच्छा पूरी करते हुए नेत्रदान एसोसिएशन होशियारपुर के माध्यम से उनकी आंखें दान कर दी गईं। नेत्रदान संस्थान होशियारपुर के टीम अध्यक्ष श्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में थिंड आई अस्पताल होशियारपुर के नेत्र रोग विशेषज्ञों की टीम मृतक के घर पहुंची और नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की।

होशियारपुर - सरदार हरविंदर सिंह होशियारपुर की पत्नी स्वर्गीय परमजीत कौर की मृत्यु के बाद उनकी इच्छा पूरी करते हुए नेत्रदान एसोसिएशन होशियारपुर के माध्यम से उनकी आंखें दान कर दी गईं। नेत्रदान संस्थान होशियारपुर के टीम अध्यक्ष श्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में थिंड आई अस्पताल होशियारपुर के नेत्र रोग विशेषज्ञों की टीम मृतक के घर पहुंची और नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की।
इस अवसर पर संस्था के संरक्षक प्रोफेसर बहादुर सिंह सुनेत ने कहा कि दान की गई ये आंखें उनके दुनिया छोड़ने के बाद भी दिखाई देती रहेंगी। और दो अंधेरी जिंदगियों को रोशन करता रहेगा। संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. गुरबख्श सिंह ने बताया कि जानवर की मौत के बाद आंखें ही ऐसा अंग है जो 6 से 8 घंटे तक जीवित रहती है। लेकिन अज्ञानता के कारण हम नश्वर के साथ-साथ जीवित वस्तु को भी अग्नि को समर्पित कर देते हैं। इस अवसर पर संस्था के सचिव श्री बलजीत सिंह ने परिवार को इस अच्छे कार्य के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे महान दानवीर के कारण ही यह संस्था हजारों नेत्रहीन लोगों को रोशनी प्रदान कर सकी है। इस अवसर पर नेत्रदान संस्था के सदस्य सुरेश कपाटिया ने कहा कि होशियारपुर शहर को दानदाताओं के शहर का दर्जा प्राप्त है। और मानवता की सेवा के लिए समर्पित दानदाताओं को दुनिया हमेशा याद रखेगी। इस अवसर पर संस्था की सदस्य श्रीमती संतोष सैनी भी उपस्थित रहीं।