रीटा प्राचार्य जगदीश रॉय को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया

माहिलपुर, (29 दिसंबर) निर्वाणु कुटिया माहिलपुर में आयोजित एक समारोह के दौरान बेहद सम्मानित सेवानिवृत्त प्रिंसिपल जगदीश रॉय को उनकी रचनात्मक सोच के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

माहिलपुर, (29 दिसंबर) निर्वाणु कुटिया माहिलपुर में आयोजित एक समारोह के दौरान बेहद सम्मानित सेवानिवृत्त प्रिंसिपल जगदीश रॉय को उनकी रचनात्मक सोच के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. कुलविंदर बिट्टू सेला खुर्द, मास्टर सुखविंदर सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी, सीमा रानी बोध अध्यक्ष जय भीम करवा चैरिटेबल सोसायटी रजिस्टर्ड माहिलपुर, निर्मल सिंह मुग्गोवाल निदेशक निर्वाणु कुटिया माहिलपुर आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर बातचीत करते हुए जगदीश रॉय जी ने कहा कि उन्होंने सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नवांशहर में लेक्चरर और प्रिंसिपल के रूप में काम किया और साथ ही अपनी सेवानिवृत्ति के समय तक जिला शिक्षा कार्यालय में जन सूचना अधिकारी (ऑडिशनल चार्ज) के रूप में भी काम किया। प्रदर्शन किया
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने व्यस्त जीवन में समाज से जुड़े रहना चाहिए। उसे अधिक से अधिक शिक्षा प्राप्त कर ज्ञानी एवं विवेकशील बनना चाहिए। प्रेरणादायक जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए, इसका प्रभाव समाज पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि संदेश तथागत भगवान बुद्ध द्वारा दिया गया कथन कि 'अपना दीपक स्वयं बनें' प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में सत्य का मार्ग खोजने के लिए सदैव अपना मार्ग स्वयं अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तथागत भगवान बुद्ध के अनुसार प्रकृति में कुछ भी स्थायी नहीं है। सब कुछ परिवर्तनशील है। प्रकृति में हो रहे बदलावों को समझना और अपनाना हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।