पीजीआई जरूरतमंदों के लिए बीडीसी ब्लड सेंटर से रक्त स्वीकार करता है

नवांशहर - क्षेत्र के निवासियों विशेषकर रक्तदाताओं, प्रेरकों और रक्तदान आंदोलन से जुड़े आयोजकों को यह जानकर खुशी और राहत मिलेगी कि पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) चंडीगढ़ ने पहली बार बीडीसी ब्लड सेंटर ने नवांशहर से जांचे गए रक्त को स्वीकार किया है।

नवांशहर - क्षेत्र के निवासियों विशेषकर रक्तदाताओं, प्रेरकों और रक्तदान आंदोलन से जुड़े आयोजकों को यह जानकर खुशी और राहत मिलेगी कि पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) चंडीगढ़ ने पहली बार बीडीसी ब्लड सेंटर ने नवांशहर से जांचे गए रक्त को स्वीकार किया है। बीती रात जिला रूपनगर के एक मरीज को पीजीआई में रेयर ग्रुप के खून की जरूरत पड़ी। दुर्लभ रक्त की तत्काल आवश्यकता वाले एक मरीज के परिवार के सदस्यों ने ग्राम अलाचौर, जिला एसबीएस नगर के स0 परिमंदर सिंह  से संपर्क किया, जो बीडीसी रक्त केंद्र से संबद्ध है।
फिर पीजीआई के संबंधित डॉक्टर की बात बीडीसी के बीटीओ डॉ. अजय बग्गा और तकनीकी स्टाफ सदस्य श्री राजीव भारद्वाज और श्री दीपक कुमार से करवाई । बीडीसी ब्लड सेंटर में रक्त संग्रह और जांच की तकनीकी प्रक्रिया को समझने के के बाद दुर्लभ समूह की दो रक्त यूनिट जारी करने पर सहमति बनी।

यहां यह बताना उचित होगा कि आमतौर पर पीजीआई अपने मरीजों के लिए अन्य रक्त केंद्रों से परीक्षण किए गए रक्त को स्वीकार नहीं करता है, लेकिन बीडीसी रक्त केंद्र में रक्त परीक्षण के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को जानने के बाद, पीजीआई ने 2 यूनिट रक्त स्वीकार कर लिया। जिससे बीडीसी ब्लड सेंटर सेवा के संतुष्टि मानकों के बारे में पता चलता है.

गौरतलब है कि हाल ही में बीडीसी की सद्भावना यात्रा के दौरान क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल लुधियाना (सीएमसी) के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एलन जोसेफ, केडीवीभार्डी के प्रमुख डॉ. जैस्मीन दास और डॉ. गौरी ने इस रक्त केंद्र की कार्यप्रणाली की सराहना की थी।