
बाबा श्रीचंद जी उदासीन की 529वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई
एसएएस नगर, 7 नवंबर - श्री गुरु नानक देव जी के सबसे बड़े पुत्र बाबा श्री चंद जी उदासीन की 529वीं जयंती नजदीकी गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई।
एसएएस नगर, 7 नवंबर - श्री गुरु नानक देव जी के सबसे बड़े पुत्र बाबा श्री चंद जी उदासीन की 529वीं जयंती नजदीकी गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई।
जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सुबह श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग के बाद पूरे दिन धार्मिक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें भाई सुरजीत सिंह के कविश्री जत्थे ने श्री के बड़े साहिबजादे बाबा श्री चंद जी उदासीन के संपूर्ण जीवन का विवरण प्रस्तुत किया। गुरु नानक देव जी ने ब्रिटिश मंडली को कविशरी काल में सर्वनाम विस्तार से किया जाता था। शोमानी प्रचारक भाई जतिंदर सिंह दमदमी टकसालवाला ने अपने प्रवचनों के माध्यम से संगत को बताया कि बाबा श्री चंद जी उदासीन का जन्म वर्ष 1494 में कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी शहर में माता तृप्ता जी की कोख से हुआ था। भाई हरमनजीत सिंह के जत्थे ने इलाइ बानी से रिझाकर रसभिन्ने कीर्तन के माध्यम से भक्तों को गुरु से जोड़ने का प्रयास किया।
इसके अलावा भाई गुरविंदर सिंह, भाई गुरदीप सिंह, शेर ए पंजाब कविश्री जट्टा, भाई अमरजीत सिंह, भगराने वाल दा कविशरी जट्टा, भाई शाहबाज सिंह भाई हरेकमजोत सिंह, बीबी करमप्रीत कौर, अकाल कविश्री जट्टा हरजस कीर्तनी जट्टा, भाई संदीप सिंह की जट्टा से अलग इसमें से भाई इंद्रजीत सिंह, भाई गुरुमीत सिंह, भाई जसवंत सिंह, भाई सुखविंदर सिंह, गुरुद्वारा सिंह शहीद के उपस्थित जत्थे ने कथा, कीर्तन, कविशरी व गुरमत विचारों के माध्यम से दिन भर हरि जस का पाठ कर श्रद्धालुओं का मनोरंजन किया. सभी समूहों को सिरोपाओ देकर सम्मानित किया गया। पूरे दिन गुरु का लंगर चला।
