
ब्लॉक भुनरहेड़ी की पंचायतों को सरफेस सीडर मशीनें उपलब्ध करवाई गईं
पटियाला, 2 नवंबर- पटियाला जिले में किसानों को पराली प्रबंधन मशीनें उपलब्ध करवाने और किसानों को मशीनरी की तकनीकी जानकारी देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
पराली प्रबंधन और गेहूं की बुआई के लिए किसान यथास्थान तकनीक का प्रयोग करें: एसडीएम
पटियाला, 2 नवंबर- पटियाला जिले में किसानों को पराली प्रबंधन मशीनें उपलब्ध करवाने और किसानों को मशीनरी की तकनीकी जानकारी देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत आज ब्लॉक भुनरहेड़ी की पंचायतों को सरफेस सीडर मशीनें वितरित की गईं।
ग्राम पंचायत सलेमपुर वालिया, कलमगढ़, भुनरहेड़ी, गुठमारा, दौलतपुर फकीर की पंचायतों में एसडीएम पटियाला डॉ. इस्मित विजय सिंह ने और एसडीएम दूधनसधा कृपालवीर सिंह ने बताया कि सरफेस सीडर मशीन अन्य मशीनों से अलग प्रकार की मशीन है क्योंकि यह 35 हॉर्स पावर के ट्रैक्टर से चल सकती है और 1 घंटे में 2 एकड़ गेहूं की बुआई कर सकती है. यह मशीन कंबाइन से कटे हुए धान के खेत में एक साथ बीज और उर्वरक डालती है और साथ ही धान के खेत में खड़े डंठल (4-5 इंच तक ऊंचे) को काटती है और समान रूप से वितरित करती है। कटा हुआ पुराल बीज को ढक देता है जो बाद में मल्चिंग, खरपतवार को कम करने और मिट्टी के अनुकूल तापमान को बनाए रखने का काम करता है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि गेहूं की बुआई के समय सरफेस सीडर मशीन को जमीन से 4 से 5 इंच ऊपर रखना चाहिए तथा सही गति से चलाना चाहिए ताकि बीज एवं उर्वरक एक समान रूप से एवं सही मात्रा से अंदर डाले जा सकें। उन्होंने कहा कि सरफेस सीडर से बुआई के समय खेत सूखा हो तथा बुआई के बाद ही गेहूं का बीज बोना चाहिए तथा बुआई के बाद खेत में हल्का पानी डालना चाहिए।
