सूचना बोर्ड लिखते समय पंजाबी शब्द संयोजन से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या के लिए जिला भाषा कार्यालय से संपर्क किया जाना चाहिए।

गढ़शंकर 6 अक्टूबर - जिला अनुसंधान अधिकारी, होशियारपुर डाॅ. जसवन्त राय ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने और उसे पूरा मान-सम्मान देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इन पहलों के तहत, जिले के सभी सूचना बोर्ड पंजाबी भाषा (गुरुमुखी लिपि) में लिखे जाने चाहिए।

गढ़शंकर 6 अक्टूबर - जिला अनुसंधान अधिकारी, होशियारपुर डाॅ. जसवन्त राय ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने और उसे पूरा मान-सम्मान देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इन पहलों के तहत, जिले के सभी सूचना बोर्ड पंजाबी भाषा (गुरुमुखी लिपि) में लिखे जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा को और अधिक महत्व देने के लिए सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी कार्यालयों, विभागों, संस्थानों, संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों, बोर्डों, निगमों और गैर-सरकारी संगठनों, सार्वजनिक और निजी दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों आदि के नाम सार्वजनिक किए जाएं। और सड़कों के नाम, नाम पट्टियाँ, मील के पत्थर, साइनबोर्ड लिखते समय सबसे पहले ऊपर की तरफ पंजाबी भाषा (गुरुमुखी लिपि) में लिखें और यदि किसी अन्य भाषा में लिख रहे हैं तो नीचे पंजाबी भाषा (गुरुमुखी लिपि) में लिखें। सरकारी संस्थानों के अलावा गैर-सरकारी, निजी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी अपने साइनबोर्ड पंजाबी भाषा में लिखना अनिवार्य करेंगे। इन आदेशों का अनुपालन न करने की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध पंजाब राज्य भाषा (संशोधन) अधिनियम 2008 और 2021 में निहित प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी जिलावासियों से पुरजोर अपील करते हुए कहा कि वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यदि किसी को सूचना बोर्ड पर लिखते समय पंजाबी शब्द संयोजन संबंधी कोई समस्या आती है तो वह जिला भाषा कार्यालय होशियारपुर से संपर्क कर सकता है।