कुटलैहड़ में 1027 गरीब परिवारों को घर बनाने के लिए 15.40 करोड़ रुपये स्वीकृत - विवेक शर्मा

मंडी गोबिंदगढ़, 20 मई - देश भगत आयुर्वेदिक कॉलेज और अस्पताल ने विश्व उच्च रक्तचाप दिवस को समर्पित एक समारोह का आयोजन किया। इसका उद्देश्य उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूकता पैदा करना और निवारक उपायों को बढ़ावा देना था। समारोह का संचालन डॉ. स्मिता जौहर के नेतृत्व में किया गया, डीबीएसीएच की प्रिंसिपल और निदेशक डॉ. कुलभूषण और पंचकर्म विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. उर्वी चावरा ने मुख्य भाषण दिया।

मंडी गोबिंदगढ़, 20 मई - देश भगत आयुर्वेदिक कॉलेज और अस्पताल ने विश्व उच्च रक्तचाप दिवस को समर्पित एक समारोह का आयोजन किया। इसका उद्देश्य उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूकता पैदा करना और निवारक उपायों को बढ़ावा देना था। समारोह का संचालन डॉ. स्मिता जौहर के नेतृत्व में किया गया, डीबीएसीएच की प्रिंसिपल और निदेशक डॉ. कुलभूषण और पंचकर्म विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. उर्वी चावरा ने मुख्य भाषण दिया।
इस अवसर पर डॉ. उर्वी चावरा ने उच्च रक्तचाप रोग के प्रति जागरूकता एवं रोकथाम के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप, जिसे अक्सर "साइलेंट किलर" कहा जाता है, अगर ठीक से इलाज न किया जाए तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। डॉ. चावरा ने उच्च रक्तचाप को प्रभावी ढंग से रोकने और प्रबंधित करने में जीवनशैली में बदलाव, आहार परिवर्तन और आयुर्वेद के महत्व को समझाया।
उन्होंने आगे कहा कि उच्च रक्तचाप के कोई लक्षण नहीं होते हैं और अगर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह खतरनाक हो सकता है। उच्च रक्तचाप आपको स्ट्रोक, दिल का दौरा और अन्य समस्याओं के खतरे में डालता है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित अधिकांश लोगों को इसका एहसास नहीं होता है। इसलिए, परीक्षण महत्वपूर्ण है. उच्च रक्तचाप को आहार संबंधी आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से समझना और पंचकर्म के सिद्धांतों के अनुसार इसका इलाज करना बहुत फायदेमंद हो सकता है।
इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के संकाय सदस्यों और बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी कार्यक्रम के छात्रों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। इस अवसर पर उप प्राचार्य डॉ. अमनदीप शर्मा; डॉ. निशांत पाइका; डॉ. प्राची शर्मा; डॉ. रजनी रानी; एवं डॉ. सोनाली गुप्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।