
गुगा जाहर पीर जी कि कारें शुरू
संतोखगढ़ ऊना 19 अगस्त 2024:- पूरे भारत में जहाँ रक्षा बंधन का त्योहार मनाया गया है। बहीं रक्षा बंधन वाले दिन ही गुगा जाहर पीर के नाम से गांव गांव जा के मंडलियों द्वारा घर घर जा के गुगा जाहर पीर की महिमा गुणगान जाता है। यह परंपरा हजारों वर्ष से चली आ रही है। जिसमें नगर परिषद संतोषगढ़ की मंडली गुगा जाहर पीर जी की गाथाओं का गुणगान कर रही|
संतोखगढ़ ऊना 19 अगस्त 2024:- पूरे भारत में जहाँ रक्षा बंधन का त्योहार मनाया गया है। बहीं रक्षा बंधन वाले दिन ही गुगा जाहर पीर के नाम से गांव गांव जा के मंडलियों द्वारा घर घर जा के गुगा जाहर पीर की महिमा गुणगान जाता है। यह परंपरा हजारों वर्ष से चली आ रही है। जिसमें नगर परिषद संतोषगढ़ की मंडली गुगा जाहर पीर जी की गाथाओं का गुणगान कर रही| यह गाथाओं का गुणगान लगभग 9 दिन तक चलेगा। जिसकी गुगा नवमी वाले दिन 27 अगस्त को समाप्ती होगी। इस दिन गुगा जी नाम से पूरे भारतवर्ष में प्रसाद बांटा जाता है। गुगा मण्डली के चेला राजकुमार ने बताया कि गुगा जाहर पीर जी का जन्म राजस्थान के ददरेवा चुरू में नवमी को हुआ था| गुगा जाहर पीर जी को सांपों के देवता के रूप में भी पूजा जाता है। संतोखगढ़ से यह 8, 10 लोगों का एक समूह बनाकर डोरु, ढोलकी आदि अन्य लोकल वाद्य यंत्रों के साथ रक्षाबंधन से लेकर गुगा नवमी तक गांव-गांव में नंगे पांव घूमते है और गुगा जाहर पीर की महिमा गुणगान करते हैं।
लोग अपनी खुशी से गुगा जाहर पीर जी की मंडलियों को दान में दाने, पैसे व बधाईयाँ देते है और लोग गुगा जाहर पीर जी की मण्डलियों को चाय भी पिलाते हैं और बहुत से लोग गुगा जाहर पीर जी की मण्डलियों को रात्रि को अपने अपने घर पर गुगा जाहर पीर का गुणगान करने के लिए बुलाते है।
इस गुगा जाहर पीर जी की मण्डली में चेला राजकुमार, महादेव, पवन कुमार, देश राज , रामपाल, बलवीर कुमार, हरजिंदर सिंह, जोगिंदर सिंह, गुरप्रीत, अरुण आदि मौजूद रहे|
