आगामी उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर कर्मचारी और पेंशनभोगी आप सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।

गढ़शंकर - पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा कर्मचारियों व पेंशनरों से की गई वादाखिलाफी के खिलाफ पंजाब कर्मचारी व पेंशनर संयुक्त मोर्चा द्वारा 18 अगस्त को चबेवाल में आयोजित रैली में गढ़शंकर से सैकड़ों कर्मचारियों का जुलूस मक्खन सिंह वाहिद पुरी, जत्थेदार अमरीक सिंह, शाम सुंदर कपूर और बलवीर बैंस के नेतृत्व में रवाना हुए।

गढ़शंकर - पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा कर्मचारियों व पेंशनरों से की गई वादाखिलाफी के खिलाफ पंजाब कर्मचारी व पेंशनर संयुक्त मोर्चा द्वारा 18 अगस्त को चबेवाल में आयोजित रैली में गढ़शंकर से सैकड़ों कर्मचारियों का जुलूस मक्खन सिंह वाहिद पुरी, जत्थेदार अमरीक सिंह, शाम सुंदर कपूर और बलवीर बैंस के नेतृत्व में रवाना हुए।
इसी प्रकार शिक्षक नेता पवन कुमार व अश्वनी राणा के नेतृत्व में शिक्षक दल, पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतपाल मिन्हास तथा पेंशनर साथियों का समूह श्री सरूप चंद व बलवंत राम के नेतृत्व में रैली स्थल के लिए रवाना हुआ। इस समय मुलाजिमों व पेंशनरों की ओर से पंजाब सरकार के खिलाफ रोषपूर्ण नारेबाजी की गई। इस दौरान नेताओं ने कहा कि जालंधर उपचुनाव के दौरान जब मोर्चा ने रैली का नोटिस दिया था तो मुख्यमंत्री ने मोर्चा नेताओं के साथ बैठक की थी और 25 जुलाई को विस्तारित बैठक की तारीख तय की थी, लेकिन मुख्य मंत्री तय समय पर नहीं मिले और बैठक की अगली तारीख दो अगस्त तय कर दी
लेकिन इस बार भी मुख्यमंत्री ने अपना वादा पूरा करने की बजाय बैठक की अगली तारीख 22 अगस्त करके कर्मचारियों और पेंशनरों के साथ पूरी तरह से धोखा किया है, जिसके कारण पंजाब के कर्मचारियों और पेंशनरों में व्यापक रोष फैल गया है। अब मोर्चा ने निर्णय लिया है कि यदि मुख्यमंत्री 22 अगस्त की बैठक में कर्मचारियों व पेंशनरों की मांगों का कोई उचित समाधान नहीं निकाला तो कर्मचारी और पेंशनभोगी आगामी उपचुनाव वाले क्षेत्रों में पहुंचकर आप सरकार की जनविरोधी नीतियों को ध्वस्त कर देंगे।
कर्मचारियों और पेंशनरों की मांगों में सभी खत्म किए गए भत्ते बहाल करना, पुरानी पेंशन बहाल करना, कच्चे कर्मचारियों को स्थाई करना, पेंशनरों को 2.56 मल्टीप्लायर लागू करना, मानदेय कर्मियों को न्यूनतम वेतन के दायरे में लाना, रिक्त पदों को तुरंत भरना और सरकारी विभागों के निजीकरण पर रोक लगाना शामिल है .
फिलहाल गुरनाम सिंह हाजीपुर, पंडित पवन कुमार गढ़ी, जोगिंदर सिंह ढाहां, विनोद कुमार, जगदीश लाल, नरेश बागा, हरजिंदर सुनी, रमन कुमार, सतीश कुमार, परमिंदर पखोवाल, अजय राणा, हेडमास्टर संदीप कुमार, नरेश भम्मियां, गोपाल दास, बाबू परमा नंद, दिलबाग सिंह समेत विभिन्न संगठनों के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।