
आज पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत विभाग में वृक्षारोपण दिवस का आयोजन किया गया |
चंडीगढ़ 29 जुलाई, 2024:- आज पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत विभाग में वृक्षारोपण दिवस का आयोजन किया गया | जिसमें नीम, आम , कनेर , पलाश , इत्यादि वृक्षों को रोपण किया |
चंडीगढ़ 29 जुलाई, 2024:- आज पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत विभाग में वृक्षारोपण दिवस का आयोजन किया गया | जिसमें नीम, आम , कनेर , पलाश , इत्यादि वृक्षों को रोपण किया | संस्कृत कवियों ने पर्यावरण संरक्षण पर अधिक बल दिया है जहां कवि कालिदास के ग्रंथ अभिज्ञानशाकुन्तलम् में शकुंतला वृक्षों को पानी पिलाने से पहले स्वयं पानी नहीं पीती , वह वर्षों के फल , फूल और पत्तों को नहीं तोड़ती | इस अवसर पर वृक्षों की महत्ता का वर्णन करते हुए विभागाध्यक्ष महोदय प्रो वी. के. अलंकार जी ने कहा कि हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए क्योंकि वृक्ष पर्यावरण को शुद्धता प्रदान करते हैं तथा पर्यावरण में ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं | वक्षों की कटाई ग्लोबल वार्मिंग के प्रमुख कारणों में से एक है हमें इसे सीमित करना चाहिए तथा अधिक से अधिक मात्रा में वृक्षों को संरक्षण प्रदान करना चाहिए | “भारत के प्राचीन देवी देवताओं को किसी न किसी पशु व पेड़ पौधे से जोड़कर देखा गया है।” उन्होंने कहा कि इसी कारण से सामान्य जनों ने उन सबमें दिव्यता देखी और उनकी रक्षा करते रहे। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकवृन्द डॉ. सुनीता जी डॉ. तोमीर जी , डॉ. विक्रम जी एवं डॉ. भारद्वाज जी तथा सभी छात्र उपस्थित रहे
