सिविल सर्जन कार्यालय ने पौधारोपण के साथ-साथ स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रति लोगों को जागरूक किया।

नवांशहर - माननीय डिप्टी कमिश्नर शहीद भगत सिंह नगर नवजोत पाल सिंह रंधावा और माननीय सिविल सर्जन शहीद भगत सिंह नगर डॉ.जसप्रीत कौर के निर्देशों के तहत और सहायक सिविल सर्जन डॉ. बलवीर कुमार नोडल अधिकारी एनजीटी आज मास मीडिया विंग से उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी तरसेम लाल के नेतृत्व में अमनदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, रोमी सिंह और जगतार सिंह ड्राइवर की टीम ने ग्राम बरसिया, सलोह के बूथ नंबर 91, 92 का क्षेत्र, ग्राम सलोह के फुटबॉल मैदान के चारों ओर डेक, सिरस, जामुन, आम, नीम, सिरस के छायादार, फल और फूल के 100 पौधे लगाए गए।

नवांशहर - माननीय डिप्टी कमिश्नर शहीद भगत सिंह नगर नवजोत पाल सिंह रंधावा और माननीय सिविल सर्जन शहीद भगत सिंह नगर डॉ.जसप्रीत कौर के निर्देशों के तहत और
सहायक सिविल सर्जन डॉ. बलवीर कुमार नोडल अधिकारी एनजीटी आज मास मीडिया विंग से उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी तरसेम लाल के नेतृत्व में अमनदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, रोमी सिंह और जगतार सिंह ड्राइवर की टीम ने ग्राम बरसिया, सलोह के बूथ नंबर 91, 92 का क्षेत्र, ग्राम सलोह के फुटबॉल मैदान के चारों ओर डेक, सिरस, जामुन, आम, नीम, सिरस के छायादार, फल और फूल के 100 पौधे लगाए गए।
 इस अवसर पर एनजीटी के नोडल अधिकारी सहायक सिविल सर्जन डॉ. बलवीर सिंह ने कहा कि 'रुख कुख ते पानी नहीं संभाले तो ख़तम कहानी' के तहत जहां हमें पानी बचाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, वहीं हमें अधिक से अधिक पेड़ भी लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि पेड़ जहां हमें आर्थिक रूप से मजबूत करते हैं, वहीं पर्यावरण संरक्षण में भी पेड़ अहम योगदान देते हैं। पेड़-पौधे लगाने से पृथ्वी पर गर्मी कम होगी और पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव कम होंगे और मानव जीवन स्वस्थ रहेगा तथा भूमिगत जल का स्तर भी बढ़ेगा। क्योंकि अगर हम पौधों को पानी देंगे तो इससे पौधों का फूल बढ़ने में मदद मिलेगी और पानी का स्तर भी बढ़ेगा और अधिक बारिश होने की संभावना है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उप समूह शिक्षा एवं सूचना अधिकारी तरसेम लाल ने कहा कि हमें अपने परिवार के सदस्यों, आस-पड़ोस, रिश्तेदारों और गली के भाई-बहनों को एक-एक पौधा लगाना चाहिए। एक पेड़ सौ खुशहाली के सत्य के साथ उन्होंने कहा कि प्लास्टिक या प्लास्टिक से बनी सामग्रियों का उपयोग कम से कम करें, गेहूं या पराली जलाना बंद करें, हवा, पानी, मिट्टी का संरक्षण करें और जैविक एवं जैविक खाद का उपयोग सुनिश्चित करें का उपयोग इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमें पानी की बोतलों के साथ-साथ ऑक्सीजन सिलेंडर भी नहीं ले जाना पड़े तो हमें पेड़ लगाने ही होंगे.
इसके साथ ही उन्होंने बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों और डेंगू से बचाव के बारे में भी स्वास्थ्य शिक्षा दी जिसमें उन्होंने कहा कि ''जहां पानी जमा होगा, वहां मलेरिया और डेंगू फैलाने वाला मच्छर फैलेगा'' हमें अपने आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए. बारिश में पौधे लगाने से पौधे बारिश के अतिरिक्त पानी को सोख लेते हैं, जिससे हम डेंगू से बच सकते हैं और पर्यावरण का संतुलन भी बनाए रख सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने हाथ धोने के पांच टिप्स भी दिए. उन्होंने कहा कि ''हाथ साफ रखें, बीमारियां दूर हो जायेंगी'' विषय पर विस्तार से स्वास्थ्य शिक्षा दी। इस मौके पर हरमन सिंह ब्लॉक ऑफिसर, दविंदर सिंह बूथ लेवल ऑफिसर, परमिंदर कुमार फॉरेस्ट गार्ड, जगदीश कौर आंगनवाड़ी वर्कर, तारकपरित गुरु, मुलख राज आदि ने पूरा सहयोग दिया।