वेटरनरी विश्वविद्यालय ने डेयरी पशुओं के आहार पर विशेषज्ञ चर्चा का किया आयोजन

लुधियाना 19 जुलाई 2024:- किफायती लागत पर उपलब्ध संतुलित पशु आहार डेयरी फार्म को लाभदायक बनाए रखने की कुंजी है। यह विचार डॉ. प्रकाश सिंह बराड़, निदेशक प्रसार शिक्षा, गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना ने साझा किया। वह यूनिवर्सिटी द्वारा पशुपालकों को पशुओं के लिए अच्छा और संतुलित आहार कैसे बनाया जाए, इसके बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित परिचर्चा की शुरुआत में बोल रहे थे।

लुधियाना 19 जुलाई 2024:- किफायती लागत पर उपलब्ध संतुलित पशु आहार डेयरी फार्म को लाभदायक बनाए रखने की कुंजी है। यह विचार डॉ. प्रकाश सिंह बराड़, निदेशक प्रसार शिक्षा, गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना ने साझा किया। वह यूनिवर्सिटी द्वारा पशुपालकों को पशुओं के लिए अच्छा और संतुलित आहार कैसे बनाया जाए, इसके बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित परिचर्चा की शुरुआत में बोल रहे थे।
  चर्चा में डॉ. परमिंदर सिंह, प्रख्यात पशु पोषण विशेषज्ञ एवं अतिरिक्त निदेशक प्रसार शिक्षा  ने संतुलित आहार, उसके प्रकार एवं गुणवत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने आहार में प्रयुक्त होने वाले कच्चे माल की गुणवत्ता के बारे में विस्तार से बताया। डॉ जसपाल सिंह हुंदल ने पशु फीड में पाए जाने वाली विभिन्न सामग्रियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गाभिन पशुओं का पहले और बाद  का आहार बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने धातु का चूरा , बाईपास वसा और जानवरों की चाट के बारे में बताया और विश्वविद्यालय में फ़ीड परीक्षण सुविधा पर भी प्रकाश डाला।
  डॉ स्वर्ण सिंह रंधावा, पशु चिकित्सालय के निदेशक  ने पशुओं को कम भोजन या अधिक भोजन देने के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने पशुओं में आहार के कारण होने वाली एसिडिटी, लंगड़ापन और थन की सूजन जैसी बीमारियों के बारे में जानकारी दी। पशुपालन विभाग पंजाब के अधिकारी डॉ. अमरप्रीत सिंह पन्नू ने फ़ीड को लेकर राज्य में पाई गई जमीनी हकीकत पर चर्चा की।
फ़ीड एसोसिएशन के संयुक्त सचिव श्री विकास कालरा ने कहा कि पशुओं के लिए व्यावसायिक फ़ीड का उपयोग करने का चलन बढ़ रहा है, इसलिए हमें फ़ीड की गुणवत्ता के बारे में अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है।
  इस चर्चा में पंजाब, बिहार, हिमाचल, राजस्थान राज्यों के 250 से अधिक प्रतिभागियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों और साइंसदानों ने भाग लिया। 50 से अधिक प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर दिया गया। डॉ जसविंदर सिंह ने संयोजक के रूप में चर्चा को सुचारु रूप से पूरा किया। किसानों से कहा गया कि वे किसी भी कार्य दिवस पर किसान सहायता फोन नंबर 62832-97919 एवं 62832-58834 पर संपर्क कर कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।