
बलजिंदर मान की बच्चों की किताब 'खेडां मिंकू ते चिंटू की' एस. अशोक भौरा द्वारा लोक अर्पण
होशियारपुर - साहित्य सदन होशियारपुर और एलायंस क्लब ग्रेटर ने शिरोमणि पंजाबी बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान की बच्चों की किताब का सार्वजनिक समर्पण समारोह आयोजित किया। जिसमें अंतरराष्ट्रीय लेखक एवं पत्रकार एस अशोक भौरा मुख्य अतिथि, डॉ. हरजिंदर सिंह ओबराय विशिष्ट अतिथि, जसवन्त राय जिला भाषा अधिकारी, एडवोकेट एसपी राणा अध्यक्ष जिला टैक्सेशन बार, अभिनेता निर्देशक एली अशोक पुरी, बलजिंदर मान, बाल साहित्य लेखिका अंजू वी. रत्ती एवं डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एली रमेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
होशियारपुर - साहित्य सदन होशियारपुर और एलायंस क्लब ग्रेटर ने शिरोमणि पंजाबी बाल साहित्य लेखक बलजिंदर मान की बच्चों की किताब का सार्वजनिक समर्पण समारोह आयोजित किया। जिसमें अंतरराष्ट्रीय लेखक एवं पत्रकार एस अशोक भौरा मुख्य अतिथि, डॉ. हरजिंदर सिंह ओबराय विशिष्ट अतिथि, जसवन्त राय जिला भाषा अधिकारी, एडवोकेट एसपी राणा अध्यक्ष जिला टैक्सेशन बार, अभिनेता निर्देशक एली अशोक पुरी, बलजिंदर मान, बाल साहित्य लेखिका अंजू वी. रत्ती एवं डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एली रमेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस लोक अर्पण समारोह में बोलते हुए एस अशोक भौरा ने कहा कि बलजिंदर मान पिछले तीन-चार दशकों से बाल साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने सृजन, संपादन, प्रकाशन और अनुवाद के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। पाम बुक ``खेडों मिंकू ते चिंटू की'' उनके बच्चों के कार्टून का एक जीवंत संस्करण है। उन्होंने आगे कहा कि जो लेखक अपनी विद्वतापूर्ण रचनाएँ भरते हैं उन्हें पाठक नहीं मिलते लेकिन जो लेखक जनता की भाषा में सरल और स्पष्ट बात करते हैं उनके पाठक बहुत अधिक होते हैं। अत: प्रत्येक लेखक को स्थानीय भाषा में साहित्य रचना करनी चाहिए; उन्होंने कुछ ऐसी कहानियां भी पेश कीं जो लोगों के दिलों में घर कर गईं। उन्होंने अपनी जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने दुनिया के 45 देशों का दौरा किया है और वहां की साहित्यिक संस्कृति और तंत्र पर दर्जनों किताबें लिखी हैं.
इस अवसर पर उनका स्वागत करते हुए अभिनेता निर्देशक सहयोगी अशोक पुरी ने कहा कि अशोक भौरा ने वैश्विक स्तर पर पंजाबी संस्कृति और मातृभाषा के प्रचार और प्रसार में बहुत अच्छा काम किया है और कर रहे हैं। बलजिंदर मान के साहित्यिक सृजन के बारे में बोलते हुए जिला भाषा अधिकारी डॉ.जसवंत रॉय ने कहा कि वह बाल साहित्य और बाल पत्रिकाओं के माध्यम से बच्चों को अपनी समृद्ध विरासत से जोड़ने वाले अकेले योद्धा हैं। उनकी रचना का उद्देश्य नई पीढ़ी को स्त्री मूल्यों से सुसज्जित करना है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद डॉ. जसविंदर सिंह उबराय ने कहा कि पत्रिकाएं और बच्चों की किताबें छोटे-छोटे टुकड़ों की तरह हर घर तक पहुंचनी चाहिए, ऐसा करके ही हम अपने बच्चों को मातृभाषा से जोड़ सकते हैं। बग्गा सिंह कलाकार एवं पंजाबी साहित्य सभा के अध्यक्ष जसबीर धीमान ने पुस्तक में शामिल चित्रों की सराहना करते हुए कहा कि सुखमन सिंह के चित्र बच्चों के मन को छूते हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से इस क्षेत्र में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। बाल साहित्य लेखिका अंजू वी. रत्ती और रघबीर सिंह कलोआ ने कहा कि पुस्तक में सचित्र कहानियों का उद्देश्य बच्चों को मनोरंजन और शिक्षा प्रदान करना है।
पुस्तक विमोचन समारोह में डॉ. कुलदीप सिंह, पूर्व कार्यक्रम अधिकारी बलबीर सिंह, सचिन शर्मा, वास्तुकला हरदयाल सिंह, कवि कुलतार सिंह कुलतार, एली एडवोकेट एसपी राणा, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एली रमेश कुमार, एली पुष्पिंदर शर्मा, हरवीर मान और बच्चे। साहित्य प्रेमी और लेखक शामिल हुए.
