भारत की 70 प्रतिशत शहरी आबादी मोटापे से ग्रस्त है - डॉ. अमित गर्ग

होशियारपुर - भारत की 70 प्रतिशत शहरी आबादी मोटापे से ग्रस्त है। मोटापे से पीड़ित लोगों की संख्या के मामले में शीर्ष 10 देशों की इस वैश्विक खतरे की सूची में भारत अमेरिका और चीन से पीछे है। भारत की 30 करोड़ वयस्क आबादी मोटापे से ग्रस्त है। मोटापा व्यापक टाइप-2 मधुमेह का एक प्रमुख कारण है और आमतौर पर ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस, अवसाद, मासिक धर्म की अनियमितता, बांझपन, हर्निया, कैंसर और दिल की विफलता का कारण बनता है।

होशियारपुर - भारत की 70 प्रतिशत शहरी आबादी मोटापे से ग्रस्त है। मोटापे से पीड़ित लोगों की संख्या के मामले में शीर्ष 10 देशों की इस वैश्विक खतरे की सूची में भारत अमेरिका और चीन से पीछे है। भारत की 30 करोड़ वयस्क आबादी मोटापे से ग्रस्त है। मोटापा व्यापक टाइप-2 मधुमेह का एक प्रमुख कारण है और आमतौर पर ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस, अवसाद, मासिक धर्म की अनियमितता, बांझपन, हर्निया, कैंसर और दिल की विफलता का कारण बनता है।
आईवीवाई अस्पताल के वरिष्ठ बेरिएट्रिक और मेटाबॉलिक सर्जन डॉ. अमित गर्ग ने कहा कि यह आम धारणा है कि मोटापा अमीरों की बीमारी है। दरअसल, मोटापा सिर्फ ज्यादा खाने से ही नहीं, बल्कि खान-पान की गलत आदतें अपनाने से भी होता है। इसलिए, मोटापा अमीर और गरीब दोनों को समान रूप से प्रभावित कर सकता है। डॉ. अमित गर्ग ने सर्जिकल विकल्पों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मरीज बेरियाट्रिक सर्जरी करा सकते हैं।
गैस्ट्रिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी में, एक स्टेपलर का उपयोग करके पेट का आकार कम किया जाता है जो भोजन के सेवन को प्रतिबंधित करता है। गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी में, पेट की छोटी जेब बनाने के लिए आंतों को स्टेपल करके पेट की क्षमता कम कर दी जाती है। ये ऑपरेशन लैप्रोस्कोपी के माध्यम से किए जाते हैं और कीहोल सर्जरी हैं।

मोटापे के दुष्प्रभाव
• उच्च रक्तचाप
• उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल
• दिल की बीमारी
• मधुमेह
• पित्ताशय का रोग
• आघात
• ऑस्टियोपोरोसिस
• कैंसर
• फैटी लीवर
• श्वसन संबंधी विकार
• तनाव, चिंता, अवसाद और मूड में बदलाव