हाई-एंड टेक्नोलॉजी, हाई-एंड विज्ञान की नींव पर ही काम करती है: प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी, निदेशक, आईआईएसईआर, मोहाली

चंडीगढ़: 27 मई, 2024:- आज पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के सहयोग से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च (एनआईटीटीटीआर) द्वारा आयोजित, 27 से 31 मई, 2024 तक हफ्ते भर चलने वाले दो शार्ट टर्म कोर्सेस (एसटीसी), एक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 'रीसेंट एडवांसेज इन ऑन-चिप ऑप्टिक्स' पर और दूसरा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 'रास्पबेरी पाई एंड इट्स इंटरफेसिंग' पर, का उद्घाटन आज 27 मई, 2024 को किया गया।

चंडीगढ़: 27 मई, 2024:- आज पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के सहयोग से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च (एनआईटीटीटीआर) द्वारा आयोजित, 27 से 31 मई, 2024 तक हफ्ते भर चलने वाले दो शार्ट टर्म कोर्सेस (एसटीसी), एक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन  इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 'रीसेंट एडवांसेज इन ऑन-चिप ऑप्टिक्स' पर और दूसरा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा 'रास्पबेरी पाई एंड इट्स इंटरफेसिंग' पर, का उद्घाटन आज 27 मई, 2024 को किया गया। 
इसके साथ ही इस अवसर पर आईआईटी रूड़की के सहयोग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित 'डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजीज़-2024' पर केंद्रित इंटरनेशनल कांफ्रेंस की वेबसाइट का भी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शुभारंभ किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि आईआईएसईआर, मोहाली के निदेशक प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी; प्रो. अपूर्भा के. शर्मा (आईआईटी रूड़की), पीईसी के निदेशक, प्रो. (डॉ.) बलदेव सेतिया जी के साथ; प्रो. रिंटू खन्ना (हेड, ईईडी), प्रो. अरुण कुमार सिंह (हेड, एसआरआईसी) और प्रो. संजीव कुमार (हेड, एमईडी) ने भी अपनी सम्मानजनक उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। दोनों शार्ट टर्म कोर्सेस का कोआर्डिनेशन हमारे कोऑर्डिनेटर्स, डॉ. शिमी एस.एल. (संकाय, ईईडी), डॉ. तेजिंदर सिंह सग्गू (संकाय, ईईडी), डॉ. ज्योति केडिया (फैकल्टी, ईसीई) और डॉ. दिव्या धवन (संकाय, ईसीई), डॉ. कनिका शर्मा (संकाय, ईएंडसीई, एनआईटीटीटीआर), डॉ. रितुला ठाकुर (संकाय, ईईडी, निटर) द्वारा किया गया था। यह पूरा आयोजन विकसित भारत @2047 अभियान के तत्वावधान में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर संकाय के सभी सदस्य उपस्थित थे।

समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ-साथ सरस्वती वंदना एवं सम्मानित अतिथियों के स्वागत से हुआ।
इसके बाद, प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह (हेड, एसआरआईसी) ने पीईसी के ईसीई विभाग की रिसर्च अचीवमेंट्स और अकादमिक एक्टिविटीज पर प्रकाश डाला। उन्होंने पीईसी के प्रांगण में काम कर रहे सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर और 5जी यूज़ केस लैब के बारे में भी बात की। उन्होंने 'रीसेंट एडवांसेज इन ऑन-चिप ऑप्टिक्स' पर आयोजित एसटीसी में शामिल किए जाने वाले विषयों और सेशंस के बारे में भी जानकारी दी।

इसके साथ ही, प्रो. रिंटू खन्ना (हेड, ईईडी) ने संस्थान के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की गतिविधिओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की रिसर्च गतिविधियों, उद्योग-अकादमिक कोलैबोरेशन, अकादमिक अचीवेमनेट्स पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने 'रास्पबेरी पाई एंड इट्स इंटरफेसिंग' पर आयोजित एसटीसी पर भी प्रकाश डाला।

तदनुसार, प्रोफेसर संजीव कुमार ने आईआईटी रूड़की के सहयोग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, पीईसी द्वारा 8 से 11 नवंबर, 2024 तक आयोजित होने वाली इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजीज़ - 2024 के बारे में हर्ष और उल्लासपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने सम्मानित निदेशक प्रो सेतीया जी के प्रति उनके अटूट समर्थन और मार्गदर्शन के लिए भी अपना आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की वेबसाइट डिजाइन करने के लिए डॉ. पूनम सैनी और डॉ. शिल्पी को भी धन्यवाद दिया।
पीईसी के मैकेनिकल विभाग की रिसर्च और अकादमिक एक्टिविटीज को प्रदर्शित करता हुआ एक शार्ट वीडियो भी दर्शकों को दिखाया गया।

तत्पश्चात, गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का ब्रोशर भी रिलीज़ किया गया। इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजीज (आईसीडीएमटी-2024) पर आयोजित ये सम्मलेन मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिजाइन से लेकर मैन्युफैक्चरिंग तक के क्षेत्र के विशेषज्ञों और प्रैक्टिशनरों को एक साथ लाएगा, जो उन्नत सामग्रियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे और इस क्षेत्र में रीसेंट डेवलपमेंट पर अपने विचार साझा करेंगे।

प्रोफेसर अपूरभा के. शर्मा ने पीईसी में आने पर अपना आभार और प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आईआईटी रूड़की के डिजाइन विभाग और डिजाइन एवं इनोवेशन सेंटर पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने डिज़ाइन पाठ्यक्रम के तकनीकी पहलुओं और आने वाले भविष्य में विशेष रूप से छात्रों के लिए इसके लाभ के बारे में भी बात की। उन्होंने इस क्षेत्र में नवीनतम विकास और घटनाओं पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि भी साझा की।

निदेशक प्रो. बलदेव सेतिया जी ने इस हैट्रिक कार्यक्रम से जुड़ने पर अपना आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, 'आज एक ही छत के नीचे 3 अलग-अलग संस्थानों के सहयोग से 3 अलग-अलग विभागों के 3 कार्यक्रम देखने लायक हैं। उन्होंने एनआईटीटीटीआर और आईआईटी रूड़की के आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने पीईसी के गौरवशाली इतिहास और विरासत पर भी प्रकाश डाला। अंत में, उन्होंने एक बार फिर पीईसी के प्रांगण में आने के लिए  सम्मानित अतिथियों और प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत भी किया।
मुख्य अतिथि, आईआईएसईआर, मोहाली के निदेशक प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी जी ने पीईसी में आकर इसके माहौल को महसूस करते हुए अपना सम्मान, गौरव और प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, हाई-एन्ड टेक्नोलॉजीज़ की नींव हाई-एन्ड साइंसेज में ही निहित है। इसलिए तकनीकी संस्थानों के साथ IISER का यह सहयोग अधिक महत्वपूर्ण है। इन पाठ्यक्रमों की सफलता के पीछे प्रख्यात इंजीनियरिंग और तकनीकी लोगों की पूरी विरासत काम कर रही है।

अंत में, डॉ. दिव्या धवन (संकाय, ईसीई) ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया और उद्घाटन समारोह एक उच्च नोट पर समाप्त हुआ।