
श्री गुरु रविदास सभा अर्बन एस्टेट फगवाड़ा ने बुद्ध पूर्णिमा महाउत्सव मनाया
नवांशहर - श्री गुरु रविदास सभा अर्बन एस्टेट फगवाड़ा द्वारा डॉ. अंबेडकर भवन में बुद्ध पूर्णिमा महाउत्सव बड़ी श्रद्धा व उत्साह से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. हरबंस लाल विरदी के अलावा सतीश कुमार, अशोक कुमार एवं डॉ. एसएल विरदी ने तथागत बुद्ध की शिक्षाओं पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किये. मिशनरी गायक धर्मेंद्र मसानी ने मिशनरी गीतों के माध्यम से दर्शकों को तथागत बुद्ध और बाबा साहब के मिशन से परिचित कराया।
नवांशहर - श्री गुरु रविदास सभा अर्बन एस्टेट फगवाड़ा द्वारा डॉ. अंबेडकर भवन में बुद्ध पूर्णिमा महाउत्सव बड़ी श्रद्धा व उत्साह से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. हरबंस लाल विरदी के अलावा सतीश कुमार, अशोक कुमार एवं डॉ. एसएल विरदी ने तथागत बुद्ध की शिक्षाओं पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किये. मिशनरी गायक धर्मेंद्र मसानी ने मिशनरी गीतों के माध्यम से दर्शकों को तथागत बुद्ध और बाबा साहब के मिशन से परिचित कराया।
प्रख्यात मिशनरी लेखक सोहन सहजल ने अपनी कविताओं के माध्यम से तथागत बुद्ध के जीवन मिशन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सभा द्वारा मुख्य वक्ताओं, कलाकारों, सहयोगियों एवं दानदाताओं को सम्मानित किया गया। सभा के अध्यक्ष जगननाथ बंसल ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया। मंच का संचालन करते हुए सभा के महासचिव घनशाम ने सभा द्वारा की जा रही सामाजिक कल्याण गतिविधियों जैसे सरकारी नौकरी पाने के लिए कोचिंग सेंटर, मुफ्त डिस्पेंसरी, लाइब्रेरी, इनडोर खेल और जिम, सिलाई सेंटर और विवाह आदि के बारे में बताया। सामाजिक गतिविधियों कार्यक्रम की हालिया व्यवस्था आदि के बारे में जानकारी दी।
इस मौके पर पवन कुमार बिसला डिप्टी चीफ इंजीनियर बिजली बोर्ड, गुदावर सिंह बंगा, राम जी बंसल, केके गुरु, अवतार सिंह दर्दी, सिंगारा राम बिरदी, प्रशोतम जाखू, सरवन बिरहा, सतपाल बसरा, राम सरन, परविंदर राजू, आरके संधू, तरसेम सलहन, राम रतन, अशोक कुमार, आरके भट्टी, एसएल बागला, गुरमेज सिंह, सूबेदार किशन सिंह, महेश पाल, राज कुमार, जोगा राम, चमन लाल, जीत सिंह, नसीब चंद, महेंद्र सिंह, चैन राम, रंजीव कुमार, सतनाम सिंह कलसी, बलदेव सिंह, रेशम लाल, गुरदयाल महे, भाग मल, प्रेम लाल, संतोष चंद, राज कुमार के अलावा बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता और श्री गुरु रविदास सभा के सदस्य भी अपने परिवारों के साथ उपस्थित थे।
