
रेड क्रॉस द्वारा उषा मार्टिन में श्रमिकों के लिए चार दिवसीय प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया
होशियारपुर - डिप्टी कमिश्नर-कम-जिला रेड क्रॉस सोसाइटी कोमल कोमल मित्तल के नेतृत्व में सोसाइटी कंडक्टरों, ड्राइवरों, फैक्ट्री श्रमिकों और स्कूली बच्चों आदि को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण प्रदान करती है। इसी श्रृंखला में चौहाल स्थित उषा मार्टिन लिमिटेड में चार दिवसीय प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी देते हुए सचिव जिला रेडक्रॉस सोसायटी मंगेश सूद ने बताया कि इस शिविर में प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षक सरबजीत ने 15 कंपनी कर्मियों व स्टाफ को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया।
होशियारपुर - डिप्टी कमिश्नर-कम-जिला रेड क्रॉस सोसाइटी कोमल कोमल मित्तल के नेतृत्व में सोसाइटी कंडक्टरों, ड्राइवरों, फैक्ट्री श्रमिकों और स्कूली बच्चों आदि को प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण प्रदान करती है। इसी श्रृंखला में चौहाल स्थित उषा मार्टिन लिमिटेड में चार दिवसीय प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी देते हुए सचिव जिला रेडक्रॉस सोसायटी मंगेश सूद ने बताया कि इस शिविर में प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षक सरबजीत ने 15 कंपनी कर्मियों व स्टाफ को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया।
इस प्रशिक्षण में श्रमिकों/कर्मचारियों को किसी भी दुर्घटना के कारण, बचाव एवं आवश्यक प्राथमिक उपचार देने की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण में सड़क दुर्घटना, सीपीआर हमले, जलने, जहर, फ्रैक्चर, पट्टी, इलेक्ट्रिक शॉक ट्रांसपोर्ट आदि के बारे में जानकारी दी गई। सरबजीत ने कहा कि सही समय पर सही प्राथमिक उपचार देकर किसी भी दुर्घटना पीड़ित की जान बचाई जा सकती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
सचिव, जिला रेड क्रॉस सोसायटी, होशियारपुर ने सभी फैक्ट्रियों और कंपनियों से अपील की है कि फैक्ट्रियों और कंपनियों में प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण आवश्यक है। इसलिए प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाना चाहिए। इस प्रशिक्षण को संचालित करने के लिए, उनके फोन नंबर 7888329053 या रेड क्रॉस कार्यालय में प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षक सरबजीत के मोबाइल नंबर 98153-76340 पर संपर्क किया जा सकता है।
मंगेश सूद ने कहा कि जिला रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा उपायुक्त के नेतृत्व में गरीबों, जरूरतमंदों, बेघर व्यक्तियों के कल्याण के लिए विभिन्न परियोजनाएं चलाई जा रही हैं और लड़कियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देने के लिए विभिन्न व्यावसायिक केंद्र भी चलाए जा रहे हैं।
