सरफेस सीडर से गेहूं की बुआई अपना रहे किसान - कोमल मित्तल

होशियारपुर - जिला आयुक्त कोमल मित्तल ने आज स्वयं ब्लॉक होशियारपुर-1 के गांव लांबरा में 'द लांबरा कांगड़ी कोऑपरेटिव सोसायटी' द्वारा सरफेस सीडर के साथ लगाए गए गेहूं के खेतों की कटाई में भाग लिया और खेतों में प्रदर्शन के संबंध में मूल्यांकन किया। सोसायटी द्वारा पिछले वर्ष सरफेस सीडर के माध्यम से गेहूं की बुआई की गई थी, जिसकी कटाई आज की गई।

होशियारपुर - जिला आयुक्त कोमल मित्तल ने आज स्वयं ब्लॉक होशियारपुर-1 के गांव लांबरा में 'द लांबरा कांगड़ी कोऑपरेटिव सोसायटी' द्वारा सरफेस सीडर के साथ लगाए गए गेहूं के खेतों की कटाई में भाग लिया और खेतों में प्रदर्शन के संबंध में मूल्यांकन किया। सोसायटी द्वारा पिछले वर्ष सरफेस सीडर के माध्यम से गेहूं की बुआई की गई थी, जिसकी कटाई आज की गई। उपायुक्त ने कहा कि सरफेस सीडर से बुआई करने पर लागत काफी कम आती है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जिले में 80-85 हेक्टेयर में सरफेस सीडर के माध्यम से गेहूं की बुआई की गयी थी, जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं.
   इस मौके पर उपायुक्त ने किसानों से अपील की कि वे सरफेस सीडर से गेहूं की बुआई करें क्योंकि इस विधि से गेहूं की बुआई करने में लागत बहुत कम आती है और साथ ही यह खेतों में पराली प्रबंधन का सबसे सस्ता तरीका है एक अच्छा विकल्प है. इस मौके पर कृषि विभाग के अधिकारी डॉ. हरमनदीप सिंह और सांख्यिकी विंग के अधिकारी भी मौजूद थे, जिनकी मौजूदगी में सरफेस सीडर से बोई गई एक मरला गेहूं की कटाई की गई और उसकी पैदावार का अनुमान लगाया गया। इसके बाद उपायुक्त सोसायटी के कार्यालय पहुंचे और उनके द्वारा किये गये कार्यों का जायजा लिया.
   इस मौके पर कृषि अधिकारी डॉ. हरमनदीप सिंह ने कहा कि इस विधि से बोए गए गेहूं की पैदावार पारंपरिक तरीके से बोए गए गेहूं के बराबर होती है और गेहूं की पैदावार कम होने का कोई डर नहीं होता है। उन्होंने बताया कि सरफेस सीडर से बोए गए गेहूं में भूसा गीली घास का काम करता है, जिससे गेहूं पकने के समय अधिक तापमान के कारण उपज में कमी के खतरे से बच जाता है और बाद में इस गीली घास को खेत में ही मिला दिया जाता है। और ज़मीन में अन्य तत्व जोड़ता है। इस अवसर पर कृषि विभाग से डॉ. दीपक पुरी, कृषि विस्तार अधिकारी अमनदीप सिंह, नरिपजीत सिंह, प्रभजीत कौर, लंबरा सहकारी समिति के अध्यक्ष रणजीत सिंह, सचिव जसविंदर सिंह सैनी और किसान उपस्थित थे।