इंग्लैंड से आये तरलोचन मुठडा से विचार-चर्चा, पैट्रियट मेमोरियल कमेटी की ओर से हार्दिक सम्मान

जालंधर- पंजाबी साहित्य सभा ग्लासगो की साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों से जुड़े लेखक, जन सरोकारों, वैज्ञानिक तर्कसंगत सोच और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले तरलोचन मुठड़ा ने आज देश भगत मेमोरियल के साथ गंभीर चर्चा की।

जालंधर- पंजाबी साहित्य सभा ग्लासगो की साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों से जुड़े लेखक, जन सरोकारों, वैज्ञानिक तर्कसंगत सोच और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले तरलोचन मुठड़ा ने आज देश भगत मेमोरियल के साथ गंभीर चर्चा की।
तरलोचन मुठड़ा ने पलायन का दर्द, बेरोजगारी, महंगाई, सामाजिक-सांस्कृतिक संकट, मानसिक तनाव, नई पीढ़ी का दर्द, हमारी ऐतिहासिक विरासत की पृष्ठभूमि और बुरी तरह से खत्म हो रहे मानवीय मूल्यों और दो बंधनों में फंसे परिवारों के बारे में बात की। देश के अदृश्य लोग कैसे पीड़ा की भट्टी में जल रहे हैं इसकी ठोस तथ्यों के साथ कहानियाँ सुनाईं। तरलोचन मुठड़ा ने कॉरपोरेट घरानों के चौतरफा हमले और सांप्रदायिक फासीवादी हमलों के खिलाफ लोगों को जागृत करने और लड़ने के लिए प्रेरित करने के लिए देश भगत स्मरणोत्सव समिति और पंजाब के सभी परोपकारी संगठनों को बधाई दी। देश भगत स्मरणोत्सव समिति के अध्यक्ष अजमेर सिंह, सहायक सचिव चरणजी लाल कंगनीवाल, सांस्कृतिक विंग के संयोजक अमोलक सिंह, समिति के सदस्य रणजीत सिंह औलख और गुरमीत सिंह ने तरलोचन मुठड़ा, उनके पिता श्री प्यारा लाल और भतीजे नवदीप दीपा मुठड़ा को पुस्तकों का एक सेट भेंट किया| समिति की ओर से तरलोचन एवं अन्य ने देशभक्त आगमन का स्वागत करते हुए हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया।