महिलाओं को नेतृत्व करना होगा: प्रो. कृष्ण मोहन

चंडीगढ़ 13 मार्च 2024:- पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग ने अन्तर्राष्ट्रिय महिला दिवस पर आज महिला सशक्तीकरण पर एक व्याख्यान का आयोजन किया । इस व्याख्यान के वक्ता प्रो. कृष्ण मोहन, भूगोल विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय से थे । प्रो. कृष्ण मोहन ने अपने व्याख्यान के आरम्भ में उन घटनाओं का वर्णन किया, जिनके अन्त में अन्तर्राष्ट्रिय महिला दिवस को स्वीकारा गया।

चंडीगढ़ 13 मार्च 2024:- पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग ने अन्तर्राष्ट्रिय महिला दिवस पर आज महिला सशक्तीकरण पर  एक व्याख्यान का आयोजन किया । इस  व्याख्यान के वक्ता प्रो. कृष्ण मोहन, भूगोल विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय से थे । प्रो. कृष्ण मोहन ने अपने व्याख्यान के आरम्भ में उन घटनाओं का वर्णन किया, जिनके अन्त में अन्तर्राष्ट्रिय महिला दिवस को स्वीकारा गया। उन्होंने कहा कि भारत में अधिकतर महिलाएँ पुरुषों से अधिक घण्टों तक काम करती हैं, किन्तु उनके काम की गणना इसलिए नहीं होती क्योंकि वह काम औपचारिक नहीं है। इससे महिलाओं के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ा है।  प्रो. मोहन ने कहा कि शिक्षा और आर्थिक स्वतन्त्रता, महिला सशक्तीकरण के उपाय हैं  इसलिए  महिलाओं को नेतृत्व करना होगा ।

प्रो. वी. के. अलंकार ने वक्ता के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रो. ने कहा, “हमारे विभाग को ऑफ़िस स्टाफ़ के रूप में काम करने वाली महिलाओं से शक्ति प्राप्त होती है।” प्रो. अलंकार ने गर्व से बताया कि संस्कृत विभाग में अधिकतर छात्र महिलाएँ ही हैं। उन्होंने प्राचीन ग्रन्थों से श्लोक उद्धृत किए, जिनमें महिलाओं के सम्मान और सशक्तीकरण पर बल दिया गया है।    

इस  व्याख्यान में संस्कृत विभाग व पीयू की दयानन्द वैदिक अध्ययन पीठ के अध्यापक, शोधछात्र , छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।