PEC के फैकल्टी मेंबर को बॉम्बे आर्ट सोसाइटी द्वारा किया गया सम्मानित

चंडीगढ़: 01 मार्च, 2024: चंडीगढ़ के प्रसिद्ध पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी) के लिए यह बेहद गौरव का क्षण है, जिस में प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग में बैचलर ऑफ डिज़ाइन डिग्री प्रोग्राम के एक संकाय सदस्य डॉ वैभव गोविंदराव आठले को प्रतिष्ठित गोल्ड मैडल और 51,000/- रुपये से सम्मानित किया गया है। यह स्वर्ण पदक और नकद पुरस्कार, उन्हें काला घोड़ा मुंबई में स्थित जहांगीर आर्ट गैलरी में आयोजित प्रतिष्ठित बॉम्बे आर्ट सोसाइटी की वार्षिक कला प्रदर्शनी में उत्कृष्ट योग्यता के लिए बॉम्बे आर्ट सोसाइटी, मुंबई, भारत द्वारा आयोजित 132वीं अखिल भारतीय वार्षिक कला प्रदर्शनी 2024 में पेशेवर श्रेणी में यूनिटल वी नामक उनकी पेंटिंग के लिए प्रदान किया गया।

चंडीगढ़: 01 मार्च, 2024: चंडीगढ़ के प्रसिद्ध पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी) के लिए यह बेहद गौरव का क्षण है, जिस में प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग में बैचलर ऑफ डिज़ाइन डिग्री प्रोग्राम के एक संकाय सदस्य डॉ वैभव गोविंदराव आठले को प्रतिष्ठित गोल्ड मैडल और 51,000/- रुपये से सम्मानित किया गया है। यह स्वर्ण पदक और नकद पुरस्कार, उन्हें काला घोड़ा मुंबई में स्थित जहांगीर आर्ट गैलरी में आयोजित प्रतिष्ठित बॉम्बे आर्ट सोसाइटी की वार्षिक कला प्रदर्शनी में उत्कृष्ट योग्यता के लिए बॉम्बे आर्ट सोसाइटी, मुंबई, भारत द्वारा आयोजित 132वीं अखिल भारतीय वार्षिक कला प्रदर्शनी 2024 में पेशेवर श्रेणी में यूनिटल वी नामक उनकी पेंटिंग के लिए प्रदान किया गया।

डॉ. आठले प्रतिष्ठित सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट मुंबई और आईआईटी रूड़की के पूर्व छात्र हैं। उन्हें यह पुरस्कार महाराष्ट्र के राज्यपाल माननीय श्री रमेश बैस द्वारा प्रदान किया गया, जिन्होंने वार्षिक कला प्रदर्शनी 2024 का उद्घाटन भी किया था। देश भर से 1200 से भीअधिक प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं और उनमें से चयनित 225 प्रविष्टियाँ 27 फरवरी से 4 मार्च 2024 तक प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जाएंगी।

पूरे भारत से असाधारण प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए प्रसिद्ध इस प्रदर्शनी द्वारा पेंटिंग केटेगरी में डॉ. वैभव गोविंदराव आठले की उत्कृष्ट कलात्मक उपलब्धि को मान्यता दी। डॉ. अथाले की कलात्मक रचनाएँ अस्तित्ववाद, यथार्थवाद और अमूर्तता के अभिसरण का उदाहरण भी प्रस्तुत करती हैं।

PEC के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) बलदेव सेतिया जी ने उन्हें उनकी शानदार सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला, कि संस्थान के एक संकाय सदस्य द्वारा प्राप्त यह पुरस्कार PEC परिवार के लिए गर्व का क्षण है और यह कला और डिजाइन के क्षेत्र के छात्रों और उम्मीदवारों को इस नए पाठ्यक्रम में शामिल होने और ऐसे अनुकरणीय कलाकार से सीखने के लिए प्रेरित भी करेगा। PEC, चंडीगढ़ में 4-वर्षीय डिग्री प्रोग्राम के रूप में बैचलर ऑफ डिज़ाइन वर्ष 2023 में शुरू हुआ, जिसका उद्देश्य युवा डिज़ाइन उम्मीदवारों के बीच रचनात्मकता, डिज़ाइन और नवीनता को बढ़ावा देना है।