भारत में 30 लाख लोग कैंसर से पीड़ित, 11 लाख नए मामले: डॉ. जतिन सरीन

चंडीगढ़, 1 फरवरी - भारत में 30 लाख लोग कैंसर से पीड़ित हैं, जिनमें से 11 लाख नये मामले हैं। देश में हर साल 5 लाख लोग कैंसर से मरते हैं। आईवीवाई अस्पताल, मोहाली के मेडिकल ऑन्कोलॉजी के निदेशक डॉ. जतिन सरीन ने आज यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महिलाओं में स्तन और गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर सबसे आम है, जबकि पुरुषों में फेफड़े और यकृत का कैंसर सबसे आम है।

चंडीगढ़, 1 फरवरी - भारत में 30 लाख लोग कैंसर से पीड़ित हैं, जिनमें से 11 लाख नये मामले हैं। देश में हर साल 5 लाख लोग कैंसर से मरते हैं। आईवीवाई अस्पताल, मोहाली के मेडिकल ऑन्कोलॉजी के निदेशक डॉ. जतिन सरीन ने आज यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महिलाओं में स्तन और गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर सबसे आम है, जबकि पुरुषों में फेफड़े और यकृत का कैंसर सबसे आम है।

उन्होंने कहा कि कुछ दशक पहले स्तन कैंसर पचास साल की उम्र के बाद ही देखा जाता था और इस बीमारी से पीड़ित युवा महिलाओं की संख्या कम थी। 70 प्रतिशत मरीज़ 50 वर्ष से अधिक आयु के थे और केवल 30 से 35 प्रतिशत महिलाएँ 50 वर्ष से कम आयु की थीं। लेकिन वर्तमान में स्तन कैंसर कम उम्र में अधिक आम है और सभी मामलों में से 50 प्रतिशत मामले 25 से 50 वर्ष की आयु के बीच हैं।

इस अवसर पर आईवीवाई अस्पताल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. विजय बंसल ने कहा कि भारत में मौखिक कैंसर का प्रचलन दुनिया में सबसे अधिक है, हर साल ऐसे कैंसर के 75,000 से 80,000 नए मामले सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि देश में मुंह के कैंसर के 90 प्रतिशत मामलों में तंबाकू और गुटखा चबाने का योगदान है। उन्होंने कहा कि आजकल कैंसर की ज्यादातर सर्जरी लैप्रोस्कोपी से की जा सकती है, जिससे मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं।

इस मौके पर मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. प्रियांशु चौधरी ने कहा कि जीवनशैली में बदलाव से एक तिहाई कैंसर को रोका जा सकता है। प्रारंभिक चरण में स्तन कैंसर के मामलों का पता लगाने के लिए स्तन स्व-परीक्षण और मैमोग्राफी अच्छी तकनीकें हैं, और छाती के एक्स-रे और पीएसए जैसे सरल परीक्षण प्रारंभिक चरण में फेफड़ों के कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने में मदद कर सकते हैं। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. मीनाक्षी मित्तल ने कहा कि अगले दो दशकों में कैंसर के नए मामलों की संख्या लगभग 70 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।