सरकारी स्कूलों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना, पंजाब शिक्षा विभाग - डॉ. रणजीत सिंह मुकेरियां।

शिक्षा एवं स्वास्थ्य मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं हैं, इनकी प्राप्ति प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है। यह विचार हमेशा से प्रचलित रहा है कि एक सफल दिमाग स्वस्थ शरीर में निवास करता है। अपने नागरिकों को ये सुविधाएँ प्रदान करना प्रत्येक सरकार का प्राथमिक कर्तव्य भी है।

शिक्षा एवं स्वास्थ्य मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं हैं, इनकी प्राप्ति प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है। यह विचार हमेशा से प्रचलित रहा है कि एक सफल दिमाग स्वस्थ शरीर में निवास करता है। अपने नागरिकों को ये सुविधाएँ प्रदान करना प्रत्येक सरकार का प्राथमिक कर्तव्य भी है।
वर्तमान सरकार द्वारा स्वास्थ्य एवं शिक्षा को विशेष प्राथमिकता दी गयी है। सरकारी स्कूलों को ऐसे प्रोजेक्ट दिए जा रहे हैं जिससे विद्यार्थियों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सके।
ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए करीब 17 तरह की बाधाएं बन रही हैं जो छात्रों की शारीरिक फिटनेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं जैसे वर्टिकल रोप क्लाइंबिंग, क्लियर जंप, गेट वॉल्ट, जिंग लेग, हाई वॉल जंपिंग, डबल डिच, पुल अप वॉर, मॉक वॉर, डिप्स वॉर, बीम बॉल्स और बैलेंसिंग ब्रिज आदि। इन सभी आयोजनों से विद्यार्थियों की शारीरिक शक्ति में वृद्धि होगी।
पंजाब के कई स्कूलों के लिए प्रति स्कूल दो लाख रुपये का अनुदान जारी किया गया है, जो पंजाब सरकार की एक सराहनीय पहल है। अब पंजाब के स्कूलों में पढ़ने वाले कई छात्रों को पैदल सैन्य बलों और बलों में शामिल होने के लिए कोचिंग सेंटरों से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए पैसे देने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि यह प्रशिक्षण उन्हें उनके स्कूल में ही प्रदान किया जाना चाहिए।