
मुहम्मद रफ़ी कल्चरल एंड चैरिटेबल सोसाइटी ने महान कलाकार की 99वीं जयंती मनाई।
होशियारपुर - मोहम्मद रफी कल्चरल एंड चैरिटेबल सोसायटी होशियारपुर ने सरकारी कॉलेज के संगीत विभाग के सहयोग से महान कलाकार मोहम्मद रफी की 99वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर संगीत प्रेमियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। समारोह की शुरूआत विशिष्ट अतिथियों एवं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा मोमबत्तियाँ जलाकर की गयी।
होशियारपुर - मोहम्मद रफी कल्चरल एंड चैरिटेबल सोसायटी होशियारपुर ने सरकारी कॉलेज के संगीत विभाग के सहयोग से महान कलाकार मोहम्मद रफी की 99वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर संगीत प्रेमियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। समारोह की शुरूआत विशिष्ट अतिथियों एवं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा मोमबत्तियाँ जलाकर की गयी।
सोसायटी अध्यक्ष अवतार सिंह (प्रबंध अधिकारी) ने अतिथियों का स्वागत किया और मोहम्मद रफी के जीवन और सफल संगीत यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रफी साहब संगीत के स्तंभ और संगीतकारों के लिए प्रकाश पुंज हैं। मास्टर कुलविंदर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुहम्मद रफी अपने पीछे आने वाली पीढ़ियों के लिए मधुर संगीत का अमूल्य खजाना छोड़ गये हैं। अश्वनी दत्ता ने कहा कि रफी जैसा लासानी कलाकार युगों-युगों के बाद धरती पर पैदा होता है। राजकीय महाविद्यालय के संगीत विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर हरजिंदर अमन ने कहा कि सदाबहार कलाकार मुहम्मद रफी एक नेक इंसान थे, जो संगीत की ऊंचाइयों को छूकर दुनिया में भारत की पहचान और आवाज बने। सोसायटी के संस्थापक गुलजार सिंह कालकट ने अतिथियों समेत दर्शकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पंजाब के मूल निवासी मोहम्मद रफी की अनोखी आवाज इंसानों के दिलों को सुकून से भर देती है.
इस मौके पर संगीत का मनमोहक दौर चला और सुरीले कलाकारों ने मोहम्मद रफी के सदाबहार गाने पेश कर कार्यक्रम को मोहम्मद रफी के रंग में रंग दिया. कार्यक्रम की शुरुआत दिव्य शब्दों 'मित्र प्यारे को हाल मुरीदां दा केहा' से हुई। इसके बाद बेहतरीन कलाकार प्रोफेसर हरजिंदर अमन, डॉ. विजय शर्मा, मास्टर सुखविंदर सिंह, डॉ. हरजिंदर ओबराय, मनजिंदर सिंह, कॉलेज के संगीत विभाग के छात्र कलाकारों व अन्य ने गाये धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक व विशुद्ध सांस्कृतिक गीत प्रस्तुत किये. रफी साहब भावुक अंदाज में... कुशल तबला वादक मनजिंदर सिंह ने कलाकारों के साथ शानदार संगत की।
वन अधिकारी जीवन लाल, जिला अनुसंधान अधिकारी डॉ. जसवन्त रॉय, डॉ. मनोहर लाल जॉली, एडवोकेट हनी कुमार आज़ाद, सुखचैन सिंह रॉय, हंस राज मैनेजर, कुलवंत सिंह, डॉ. विजय शर्मा, प्रो. पंकज शर्मा, प्रो. नवीन कुमार, कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा प्रोफेसर रविंदर सिंह, डॉ. हरमिंदर सिंह धामी, सुखविंदर सिंह और जसपाल सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
