
संजीव शर्मा बिट्टू के खिलाफ विजिलेंस की जांच में आ रही है तेजी, नगर निगम ने विजिलेंस को सौंपा रिकॉर्ड
पटियाला, 23 नवंबर - पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के ख़ास और पटियाला के पूर्व मेयर संजीव शर्मा बिट्टू के खिलाफ मामला धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। दिसंबर 2022 से विजिलेंस जांच अब और तेजी से आगे बढ़ने की संभावना है क्योंकि 11 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 9 अक्टूबर को विजिलेंस की जांच के बाद पटियाला नगर निगम ने पूर्व मेयर से संबंधित पिछले पांच साल का रिकॉर्ड विजिलेंस को सौंप दिया है।
पटियाला, 23 नवंबर - पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के ख़ास और पटियाला के पूर्व मेयर संजीव शर्मा बिट्टू के खिलाफ मामला धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। दिसंबर 2022 से विजिलेंस जांच अब और तेजी से आगे बढ़ने की संभावना है क्योंकि 11 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 9 अक्टूबर को विजिलेंस की जांच के बाद पटियाला नगर निगम ने पूर्व मेयर से संबंधित पिछले पांच साल का रिकॉर्ड विजिलेंस को सौंप दिया है। अनुस्मारक इसकी पुष्टि नगर निगम कमिश्नर आदित्य उप्पल ने की है। इस पत्रकार के पास विजिलेंस द्वारा नगर निगम आयुक्त को जारी पत्र की प्रति उपलब्ध है, जिसमें विजिलेंस ने अन्य बातों के अलावा पूर्व मेयर के 2018 से जनवरी 2023 तक के वेतन और खरीदी गयी संपत्ति की सत्यापित जानकारी मांगी है. परिवार के सदस्यों का नाम इस पत्र में विजिलेंस ने लिखा है कि पूर्व मेयर संजीव शर्मा बिट्टू के खिलाफ चल रही जांच के मामले में नगर निगम को जानकारी/रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, एक बार फिर अनुरोध है कि संबंधित रिकॉर्ड की जांच की जाए। संबंधित डीलिंग हेड के माध्यम से विजिलेंस को भेजा जाएगा। यहां बता दें कि संजीव शर्मा बिट्टू के खिलाफ पिछले कुछ समय से शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतकर्ताओं में पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर योगिंदर सिंह योगी और पूर्व पार्षद किशन चंद बुधू भी शामिल हैं जो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. विजिलेंस ने नगर निगम से अन्य चीजों के अलावा पूर्व मेयर को दिए गए बकाया भुगतान, भत्ते, दावा किए गए बिल, मेयर नियुक्त होने के बाद जारी किए गए प्रमाण पत्र/आईडी कार्ड की सत्यापित प्रति, कार्यकाल के दौरान कोई विदेश यात्रा भी मांगी है। आयकर छूट के संबंध में पंजाब सरकार द्वारा मेयर को जारी निर्देश या अधिसूचना। नगर निगम कमिश्नर द्वारा विजिलेंस को सौंपे गए रिकार्ड के बारे में जब संजीव शर्मा बिट्टू से बात करनी चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। उनका एक नंबर 'स्विच ऑफ' था जबकि दूसरा नंबर 'बिजी' आ रहा था।
