समय पर इलाज से टाला जा सकता है ब्रेन अटैक: डॉ. सक्षम जैन

पटियाला, 19 नवंबर - स्थानीय पार्क अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. सक्षम जैन ने कहा कि लकवे की स्थिति में चार से पांच घंटे के अंदर चिकित्सीय सहायता मिल जाए तो बचाया जा सकता है। आज अस्पताल की पहली वर्षगांठ के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. जैन ने कहा कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप बहुत घातक हैं, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

पटियाला, 19 नवंबर - स्थानीय पार्क अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. सक्षम जैन ने कहा कि लकवे की स्थिति में चार से पांच घंटे के अंदर चिकित्सीय सहायता मिल जाए तो बचाया जा सकता है। आज अस्पताल की पहली वर्षगांठ के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. जैन ने कहा कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप बहुत घातक हैं, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। विश्व स्ट्रोक दिवस की थीम "टुगेदर वी आर ग्रेट देन स्ट्रोक" का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि स्ट्रोक को रोकने के लिए जागरूकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत में हर दिन करीब दो हजार लोगों की मौत स्ट्रोक से होती है. उन्होंने कहा कि दौरे के लक्षण मिलने पर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए। इसलिए ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल आदि को नियंत्रण में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि धूम्रपान से पूरी तरह परहेज करना और साल में एक या दो बार चिकित्सीय जांच कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यक्ति को अपने खान-पान की आदतों में सुधार करना चाहिए। इसके अलावा सुबह की सैर या व्यायाम भी आपके जीवन का हिस्सा होना चाहिए। इस अवसर पर बोलते हुए अस्पताल के सी.ई.ओ. एयर मार्शल डॉ. राकेश कुमार रान्याल, डाॅ. अर्चित और डिप्टी सी.ई.ओ गुरजीत सिंह रोमाणा ने बताया कि आज अस्पताल की वर्षगांठ के अवसर पर सुबह एक साइकिल रैली का भी आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 600 साइकिल चालकों ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि दौरे से बचने के लिए शारीरिक व्यायाम बहुत जरूरी है.