पराली प्रबंधन को लेकर ग्राम विरक खेड़ा में किसान जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया

मलोट, 04 अक्टूबर - जीरो बर्निंग के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा डॉ. गुरप्रीत सिंह मुख्य कृषि अधिकारी श्री मुक्तसर साहिब के दिशा-निर्देश और डॉ. परमिंदर सिंह धंजू ब्लॉक कृषि अधिकारी मलोट के कुशल नेतृत्व में सीआरएम योजना के तहत धान की कटाई की गई पराली न जलाने की मुहिम के तहत आज विरक खेड़ा ब्लॉक मलोट में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

जीरो बर्निंग के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा डॉ. गुरप्रीत सिंह मुख्य कृषि अधिकारी श्री मुक्तसर साहिब के दिशा-निर्देश और डॉ. परमिंदर सिंह धंजू ब्लॉक कृषि अधिकारी मलोट के कुशल नेतृत्व में सीआरएम योजना के तहत धान की कटाई की गई  पराली न जलाने की मुहिम के तहत आज विरक खेड़ा ब्लॉक मलोट में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस कैंप के दौरान डॉ. मनिंदरजीत सिंह, कृषि विकास अधिकारी, सर्कल विरक खेड़ा ने किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान और इसे खेत में डालने के फायदों के बारे में जागरूक किया और किसानों को बताया कि पराली जलाने से कहां-कहां का वातावरण प्रदूषित होता है। इससे मिट्टी प्रदूषित हो जाती है। मिट्टी में मौजूद कई सूक्ष्म जीव और पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं और किसान पराली प्रबंधन के तहत सुपर सीडर, जीरो ड्रिल, एमबी का उपयोग कर रहे हैं। हल, सरफेस सीडर और स्मार्ट सीडर के माध्यम से गेहूं बोने के लिए प्रोत्साहित किया और किसानों से कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए कस्टम हायरिंग सेंटरों से मिलने वाले अनुदानित उपकरणों का अधिक से अधिक उपयोग करें। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी शिविर में डॉ. परमिंदर सिंह, कृषि विकास अधिकारी, वृत्त कितावाली ने किसानों को धान की फसल एवं वर्तमान फसल में कीड़ों एवं बीमारियों के नियंत्रण के लिए मृदा जल परीक्षण एवं मृदा जल परीक्षण कराने के बाद ही उर्वरकों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।रोकथाम की जानकारी दी गई इस अवसर पर पवनप्रीत सिंह, उप कृषि निरीक्षक, सर्किल विराक खेड़ा ने किसानों को रबी सीजन के दौरान आरकेवाई योजना के तहत गेहूं के बीज पर दी जाने वाली सब्सिडी और बोई जाने वाली गेहूं की किस्मों, खरपतवार नियंत्रण के लिए विभिन्न जड़ी-बूटियों के बारे में जानकारी दी। गेहूं की फसल के बारे में विस्तार से जानकारी दी शिविर के दौरान विभाग के मनवीर सिंह फील्ड सुपरवाइजर, किसान मित्र और गांव के किसानों के अलावा आसपास के गांवों कलवाला, मल्लवाला और मलोट के किसानों ने भाग लिया।