गुस्साए मनरेगा कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने एडीसी (ग्रामीण विकास) कार्यालय के सामने नारेवाजी कर प्रदर्शन किया।

गढ़शंकर 28 सितंबर (मनजिंदर कुमार पांसरा) मनरेगा कर्मचारी यूनियन जिला होशियारपुर के नेतृत्व में कर्मचारियों की मांग को लेकर ए.डी.सी. (ग्रामीण विकास) के कार्यालय के आगे 20 सितंबर को विरोध प्रदर्शन के दबाव में, आज 28 सितंबर को सुबह 11 बजे जो बैठक होनी थी, बैठक में शामिल होने के लिए जिले के सभी नेता समय पर पहुंचे थे, फिर बैठक के 10 मिनट पहले, बैठक के स्थगन का पत्र संगठन को भेजा गया.

मनरेगा कर्मचारी यूनियन जिला होशियारपुर के नेतृत्व में कर्मचारियों की मांग को लेकर ए.डी.सी. (ग्रामीण विकास) के कार्यालय के आगे 20 सितंबर को विरोध प्रदर्शन के दबाव में, आज 28 सितंबर को सुबह 11 बजे जो बैठक होनी थी, बैठक में शामिल होने के लिए जिले के सभी नेता समय पर पहुंचे थे, फिर बैठक के 10 मिनट पहले, बैठक के स्थगन का पत्र संगठन को भेजा गया. इस बैठक के स्थगन का पत्र देखने के बाद नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा, क्योंकि जिले के हर प्रखंड से दूर-दूर से तमाम नेता पैसा खर्च कर और दिहाड़ी का त्याग कर बैठक में पहुंचे थे. नाराज नेताओं ने जब कार्यालय कर्मियों से बात की तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये, तो मौके पर ही नेताओं ने कार्यालय के सामने धरना देना शुरू कर दिया. इसके कुछ देर बाद ए.डी.सी मौके पर पहुंचे उन्होंने कार्यालय की गलती को जिम्मेदार ठहराते हुए नेताओं का गुस्सा शांत किया और मौके पर ही बैठक करने की पेशकश की, जिसे संगठन के नेताओं ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इसकी वजह संबंधित ब्लॉक के बीडीपीओ हैं. वहीं मौके पर मनरेगा पदाधिकारी मौजूद नहीं थे. अब यह बैठक ए.डी.सी. सरकारी पत्र संख्या 4756-65 के मुताबिक 03 अक्टूबर को सुबह ठीक 11.00 बजे होगी. इस मौके पर यूनियन की जिला प्रधान परमजीत कौर, महासचिव कमला देवी, कैशियर कमलेश कौर, प्रेस सचिव दविंदर कौर, पी.एस.एफ. प्रदेश अध्यक्ष सतीश राणा, केंद्रीय सलाहकार दीपक ठाकुर, मनजीत सिंह सैनी, जिला नेता रक्षा रानी, ​​वरिंदर कौर, इंदरजीत कौर, परवीन कुमारी, परमजीत सिंह, अनीता देवी, सत्या देवी, सोहन लाल, रेनू बाला आदि मौजूद रहे।