हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों आम आदमी पार्टी में शामिल हुए

जालंधर/गिद्दड़बाहा (पैगाम-ए-जगत ) - शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कहने वाले हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गिद्दड़बाहा में डिंपी ढिल्लों को सिरोपा पहना कर पार्टी में शामिल किया। बता दें कि हाल ही में हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने अकाली दल से इस्तीफा दे दिया था. डिंपी ढिल्लों सुखबीर सिंह बादल के काफी करीबी रहे हैं. यहां यह भी बता दें कि डिंपी ढिल्लों के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं और आज वह भगवंत मान के नेतृत्व में पार्टी में शामिल हो गए हैं.

जालंधर/गिद्दड़बाहा (पैगाम-ए-जगत ) - शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कहने वाले हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गिद्दड़बाहा में डिंपी ढिल्लों को सिरोपा पहना कर पार्टी में शामिल किया। बता दें कि हाल ही में हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने अकाली दल से इस्तीफा दे दिया था. डिंपी ढिल्लों सुखबीर सिंह बादल के काफी करीबी रहे हैं. यहां यह भी बता दें कि डिंपी ढिल्लों के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं और आज वह भगवंत मान के नेतृत्व में पार्टी में शामिल हो गए हैं.
हरदीप सिंह डिंपी गिद्दड़बाहा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इस्तीफा देने के बाद हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने कहा कि मैंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. मन इतना भरा हुआ है कि बोलना भी संभव नहीं हो पा रहा है. उनका पूरा परिवार इकट्ठा हुआ है. हम जैसे लोग उपयोग के लिए ही बने हैं।
हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया और सोशल मीडिया पर संदेश देते हुए कहा कि वह लगभग 35 वर्षों से अकाली दल की सेवा कर रहे हैं और उन्होंने पार्टी के हर आदेश का पालन किया लेकिन इस साल जनवरी में सुखबीर सिंह बादल ने अचानक उनसे कहा कि गिद्दड़बाहा से मनप्रीत सिंह बादल को अकाली दल में शामिल होकर चुनाव लड़ना है और वह (डिंपी ढिल्लों) अपना देख लें. इसके बाद फिर से सुखबीर सिंह बादल ने हलका गिद्दड़बाहा से उन्हें (डिंपी ढिल्लों)  को अपना काम सँभालने के लिए कहा, पर अब फिर साफ हो गया कि मनप्रीत बादल को गिद्दड़बाहा से ही चुनाव लड़ना है. इसलिए वह अब अपने मन पर ओर बोझ नहीं उठा सकते, जिसके चलते उन्होंने अकाली दल से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा था कि वह कोई भी राजनीतिक फैसला लेने से पहले अपने कार्यकर्ताओं से सलाह लेंगे.
गौरतलब है कि डिंपी ढिल्लों गिद्दड़बाहा से अकाली दल के प्रभारी भी थे और कांग्रेस के राजा वारिंग के खिलाफ अकाली दल से दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं। आपको यह भी बता दें कि गिद्दड़बाहा में उपचुनाव होना है और सुखबीर बादल पिछले कुछ दिनों से इस सीट पर सक्रिय हैं. यह भी बात सामने आ रही है कि डिंपी ढिल्लों को गिद्दड़बाहा से उम्मीदवार घोषित किया जा सकता था लेकिन गिद्दड़बाहा से उनके नाम की घोषणा नहीं की गई, जिसके चलते हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों अकाली दल से नाराज चल रहे थे.