
अनुसूचित जाति आयोग ने एससी वर्ग से संबंधित शिकायतों के तत्काल समाधान के निर्देश दिए हैं
नवांशहर - पंजाब अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य चंद्रेश्वर सिंह मोही और एडवोकेट परमिला फ्लियांवाला बलाचौर के गांव झुगियां बेट पहुंचे और अनुसूचित समुदाय के लोगों की समस्याएं सुनीं। इसके बाद उन्होंने जिला प्रशासनिक परिसर में ऐसे समुदाय के लोगों की समस्याएं भी सुनीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि आयोग को नवांशहर जिले से संबंधित 20 शिकायतें मिली हैं इसे गंभीरता से लेते हुए आज वे इन शिकायतों का निपटारा करने यहां पहुंचे हैं।
नवांशहर - पंजाब अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य चंद्रेश्वर सिंह मोही और एडवोकेट परमिला फ्लियांवाला बलाचौर के गांव झुगियां बेट पहुंचे और अनुसूचित समुदाय के लोगों की समस्याएं सुनीं। इसके बाद उन्होंने जिला प्रशासनिक परिसर में ऐसे समुदाय के लोगों की समस्याएं भी सुनीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि आयोग को नवांशहर जिले से संबंधित 20 शिकायतें मिली हैं इसे गंभीरता से लेते हुए आज वे इन शिकायतों का निपटारा करने यहां पहुंचे हैं।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें जाति सूचक शब्द, आपसी लड़ाई-झगड़े, पुलिस विभाग के खिलाफ शिकायत, गलत मामलों में दर्ज कराने, धोखाधड़ी आदि की शिकायतें मिली हैं. उन्होंने प्राप्त शिकायतों के संबंध में पुलिस अधिकारियों और अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए और उचित कार्रवाई कर रिपोर्ट आयोग को सौंपने को कहा. इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासनिक परिसर में अन्य लोगों की समस्याएं भी सुनीं और उनके आवेदन प्राप्त कर संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को सभी विभागों द्वारा अनुसूचित जाति के लोगों को दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं की हर माह समीक्षा करने का आदेश दिया.
इसके अलावा वरिष्ठता एवं आरक्षण संबंधी समस्याओं का निराकरण सरकारी प्रक्रियाओं से संबंधित गाइड लाइन के अनुसार प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। इसके अलावा पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को अनुसूचित जाति से संबंधित मामलों के निपटारे के लिए एक राजपत्रित रैंक के नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने का भी आदेश दिया गया ताकि आम लोगों को त्वरित न्याय मिल सके. इस मौके पर एडीसी (जे) राजीव वर्मा, एडीसी (डी) सागर सेतिया, एसडीएम नवांशहर अक्षिता गुप्ता, एसडीएम बलाचौर रविंदर बांसल, एसडीएम बंगा विक्रमजीत सिंह पांथे, डीएसपी माधवी शर्मा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
