
सीएसई द्वारा एआई पर एक सप्ताह का एसटीसी आज पीईसी में शुरू हुआ
चंडीगढ़: 08 जुलाई, 2024:- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी) चंडीगढ़, के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, ने TEQIP-III द्वारा प्रायोजित फैकल्टी, स्कॉलर्स और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए "एडवांसेज इन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एंड कंप्यूटिंग फॉर रोबस्ट इंजीनियरिंग ऍप्लिकेशन्स" पर एक सप्ताहिक शार्ट टर्म कोर्स का आज 8 जुलाई, 2024 को शुभारम्भ किया।
चंडीगढ़: 08 जुलाई, 2024:- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड यूनिवर्सिटी) चंडीगढ़, के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, ने TEQIP-III द्वारा प्रायोजित फैकल्टी, स्कॉलर्स और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए "एडवांसेज इन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एंड कंप्यूटिंग फॉर रोबस्ट इंजीनियरिंग ऍप्लिकेशन्स" पर एक सप्ताहिक शार्ट टर्म कोर्स का आज 8 जुलाई, 2024 को शुभारम्भ किया।
इस कोर्स का उद्घाटन निदेशक, पीईसी प्रो राजेश भाटिया (ऐड अंतरिम), के साथ ही, प्रो शोभना धीमान, डॉ संजय बातिश द्वारा शिक्षा और उद्योग जगत के विशिष्ट अतिथियों के साथ किया गया। डॉ. राजेश भाटिया, निदेशक (ऐडअंतरिम) पीईसी ने अभी तक डेवलप्ड टेक्नोलॉजीस के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन आदि जैसी नई टेक्नोलॉजीस समाज के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकती हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि छात्र ऐसी टेक्नोलॉजीस का उपयोग करके कई सामाजिक मुद्दों के लिए लागत प्रभावी, सुरक्षित और विश्वसनीय समाधान डिजाइन कर सकते हैं। उन्होंने ऐसे उच्च स्तरीय कोर्सेज के माध्यम से हमारे युवा मस्तिष्क के रिसर्च और डेवलपमेंट स्किल्स को बेहतर बनाने के सफल प्रयासों के लिए सीएसई विभाग को बधाई भी दी।
कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की कन्वीनर डॉ. पूनम सैनी ने एनआईटी, राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालयों जैसे विभिन्न इंजीनियरिंग संस्थानों के प्रतिभागियों का स्वागत किया और उन्हें सत्र में सक्रिय रूप से शामिल होने और इस अमूल्य अवसर का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस आयोजन को वास्तविकता बनाने के लिए सीएसई प्रमुख डॉ. त्रिलोक चंद के अटूट समर्थन पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने इस एसटीसी को व्यवस्थित करने की सहज योजना के लिए कोऑर्डिनेटर्स, डॉ. कनु गोयल, डॉ. ममता और डॉ. सतनाम कौर के प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने वर्कशॉप में समर्थन और सहयोग के लिए टीईक्यूआईपी प्रमुख डॉ. संजय बातिश को धन्यवाद भी दिया।
डॉ. कनु गोयल ने कोर्स के बारे में जानकारी दी और डॉ. ममता ने सभी प्रतिभागियों को शामिल करने के लिए सत्र के विषयों और संबंधित विशेषज्ञों पर प्रकाश डाला। पहला सत्र पीईसी चंडीगढ़ से डॉ. नितिन द्वारा "इंट्रोडक्शन टू एआई एंड इट्स ऍप्लिकेशन्स" विषय पर मुख्य भाषण के साथ शुरू हुआ, इसके बाद बी आर अम्बेडकर एनआईटी, जालंधर से डॉ. उर्वशी गर्ग द्वारा "स्मार्ट सॉल्यूशंस: एआई एप्लिकेशन फॉर रियल-टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग" पर एक और सत्र आयोजित किया गया। शाम का सत्र भविष्य के सत्रों में प्रोग्रामिंग और परियोजना विकास आवश्यकताओं के लिए एआई-आधारित टूल और प्लेटफार्मों की स्थापना के लिए समर्पित था। एक सप्ताह के एसटीसी की योजना उद्योग की जरूरतों के साथ-साथ रिसर्च स्किलस अधिग्रहण को पूरा करने के लिए बनाई गई है। एक सप्ताह के कवरेज के लिए, प्रतिभागियों को एआई डोमेन में अत्याधुनिक ज्ञान से लैस करने के लिए भारत और विदेश के विश्वविद्यालयों के साथ-साथ प्रतिष्ठित उद्योगों के वक्ता भी मौजूद हैं।
