
विद्यार्थियों के बीच बाल साहित्य को बढ़ावा देना बहुत जरूरी: दर्शन सिंह 'अष्ट'
पटियाला, 14 मई - पंजाबी साहित्य सभा पटियाला ने स्कूली छात्रों के बीच पंजाबी बाल साहित्य को बढ़ावा देने की आवश्यकता के संबंध में भाषा विभाग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर पिछले 53 वर्षों से लुधियाना से प्रकाशित लघु पत्रिका 'अणु' के अतिथि संपादक के रूप में शिरोमणि पंजाबी बाल साहित्य लेखक एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित
पटियाला, 14 मई - पंजाबी साहित्य सभा पटियाला ने स्कूली छात्रों के बीच पंजाबी बाल साहित्य को बढ़ावा देने की आवश्यकता के संबंध में भाषा विभाग में एक कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अवसर पर पिछले 53 वर्षों से लुधियाना से प्रकाशित लघु पत्रिका 'अणु' के अतिथि संपादक के रूप में शिरोमणि पंजाबी बाल साहित्य लेखक एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित डॉ. दर्शन सिंह अष्ट, जो पंजाबी साहित्य सभा पटियाला के अध्यक्ष भी हैं ने बाल साहित्य विशेषांक प्रकाशित करते हुए कहा कि वर्तमान युग में बच्चों को अपनी मातृभाषा एवं मानक बाल साहित्य से जोड़ने की बहुत आवश्यकता है क्योंकि पंजाब की नई पीढ़ी पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव में आ रही है। अपनी विरासत, मूल्यवान मूल्यों, मातृभाषा और साहित्य से अलग हो गए हैं।
डॉ. अष्ट ने कहा कि हालाँकि सोशल मीडिया ने बच्चों को बहुत प्रभावित किया है, लेकिन मातृभाषा में लिखे गए बाल साहित्य का महत्व कभी कम नहीं होगा और यह बच्चों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में मदद करता रहेगा।
