स्कूली छात्र-छात्राओं को डेंगू व चिकनगुनिया के प्रति जागरूक किया गया

पटियाला, 27 जुलाई - सिविल सर्जन डॉ. संजय गोयल के मार्गदर्शन में स्कूली विद्यार्थियों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए जुलाई माह के दौरान एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज डॉ. सुमीत सिंह जिला महामारी विशेषज्ञ ने अपनी टीम के साथ फैक्ट्री एरिया पटियाला के सरकारी हाई स्कूल में छात्रों को क्षेत्र में बरसात के मौसम के बाद फैलने वाले डायरिया और डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के बारे में जानकारी दी।

पटियाला, 27 जुलाई - सिविल सर्जन डॉ. संजय गोयल के मार्गदर्शन में स्कूली विद्यार्थियों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए जुलाई माह के दौरान एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज डॉ. सुमीत सिंह जिला महामारी विशेषज्ञ ने अपनी टीम के साथ फैक्ट्री एरिया पटियाला के सरकारी हाई स्कूल में छात्रों को क्षेत्र में बरसात के मौसम के बाद फैलने वाले डायरिया और डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि डेंगू बुखार फैलाने वाला एडीज मच्छर कहां और कैसे पैदा होता है और थोड़ी सी सावधानी बरतकर ही हम इससे बच सकते हैं। जो हमारे घरों में पैदा होता है वह न सिर्फ डेंगू बल्कि चिकनगुनिया और जीका वायरस भी फैला सकता है। उन्होंने बच्चों को स्कूल और अपने घरों के आसपास बारिश के बाद पानी जमा न होने देने के लिए प्रेरित किया। वहीं, कूलर, गमलों के नीचे ट्रे और अन्य कबाड़ वस्तुओं में जमा पानी को भी सप्ताह में एक बार सुखाएं ताकि मच्छरों को पनपने और इस बीमारी को फैलाने का मौका न मिले। साथ ही डेंगू बुखार के लक्षण, निदान और उपचार के बारे में भी जानकारी दी। छात्रों ने कसम खाई कि वे पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए "हर शुक्रवार - डेंगू ते वार" अभियान में भाग लेंगे और अपने भविष्य के प्रयासों में इसे ध्यान में रखेंगे।
छात्रों ने इस विषय पर बहुत रुचि ली और प्रश्न पूछे और फैक्ट्री क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में खराब पानी की आपूर्ति के कारण फैलने वाली डायरिया बीमारी के बारे में भी जाना। उन्होंने कहा कि यदि पीने के पानी में मिलावट या गंदगी है तो नगर निगम निगम से संपर्क कर उसे ठीक कराया जाये. तथा उस पानी का उपयोग पीने के लिए नहीं करना चाहिए, पीने के पानी में क्लोरीन की गोलियां डालकर उसे कीटाणुरहित करना चाहिए या फिर उबालकर पीना चाहिए। जिस किसी को भी दस्त-उल्टी की शिकायत हो वह घर पर दिए गए ओआरएस का घोल पीएं और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरी सलाह लें।
इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल समेत अन्य शिक्षक, स्वास्थ्य विभाग के कर्मी, एंटी लार्वा स्टाफ भी मौजूद रहे. सिविल सर्जन डॉ. संजय गोयल ने बताया कि इस तरह के जागरूकता अभियान जिले भर में चलाए जा रहे हैं जिसके तहत आज पातड़ां और राजपुरा के स्कूलों में स्कूली विद्यार्थियों को इसी तरह की जानकारी दी गई।